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एसआरए प्रोजेक्ट हासिल करने पीएमओ का फर्जी पत्र बनाने वाला बिल्डर गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रधानमंत्री कार्यालय के फर्जी लेटरहेड और हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर एसआरए प्रोजेक्ट हासिल करने की कोशिश करने वाले आरोपी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम सुरेंद्र मित्तल है। फर्जी पत्र महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा गया था कि ‘वे बांद्रा पूर्व में स्थित गौसिया कंपाउंड की एसआरए परियोजना को हासिल करने में विलायती राम मित्तल नाम के नवी मुंबई के बिल्डर की मदद करें। बिल्कुल असली जैसा नजर आ रहे पत्र पर प्रधानमंत्री कार्यालय के लेटर हेड इस्तेमाल किया गया था। इस पर प्रधानमंत्री के संयुक्त सचिव देबाश्री मुखर्जी के फर्जी हस्ताक्षर भी थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय से शिकायत मिलने के बाद इसी साल 27 फरवरी को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर विशेष अपराध शाखा को इसकी जांच सौंपी थी। इस फर्जी पत्र की प्रति को स्लम रिहैबिलिटेशन एथॉरिटी के एपेक्स ग्रीवेंस रिड्रेसल कमेटी के सामने भी पेश किया था। पत्र में यह भी आरोप लगाया गया था कि मित्तल के साथ भेदभाव किया जा रहा है और स्थानीय अधिकारी परियोजना हासिल करने में दूसरे बिल्डरों की मदद कर रहे हैं। छानबीन में खुलासा हुआ कि जिसी सीजीपी एंड कंपनी नाम के एडवोकेट फर्म की ओर से आवेदन दिया गया था उसका लेटर हेड और हस्ताक्षर भी फर्जी थी।
जांच में सामने आया कि फर्जी पत्र तैयार करने में गौसिया कंपाउंड के सेक्रेटरी सलीम शेख और सुरेंद्र मित्तल का हाथ था। एपेक्स ग्रीवेंस रिड्रेसल कमेटी के जरिए प्रधानमंत्री कार्यालय को इस पत्र से जुड़ी सूचना मिली। इसके बाद पीएमओ ऑफिस के असिस्टेंट डायरेक्टर पीके इस्सर ने पत्र फर्जी होने की सूचना देते हुए सीबीआई से मामले की शिकायत की। जिसके बाद आईपीसी की धारा 511, 468, 471 के तहत एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की।
Created On :   20 Nov 2019 8:13 PM IST