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सीबीआई ने दर्ज किए दो शिकायतकर्ताओं के बयान, इंस्पेक्टर और कारोबारी से पूछताछ
डि़जिटल डेस्क, मुंबई।पूर्व पुलिस आयुक्त और निलंबित आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह से जुड़े मामलों में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दो इंस्पेक्टर अनूप डांगे और कारोबारी केतन तन्ना का बयान दर्ज किया है। डांगे की शिकायत पर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में जबकि तन्ना की शिकायत पर जबरन वसूली के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। सुप्रीमकोर्ट ने राज्य सरकार को सिंह के खिलाफ दर्ज 5 एफआईआर और 3 प्राथमिक जांच को सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया था। जिसके बाद सीबीआई एफआईआर और पीई दर्ज कर इन मामलों की जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक डांगे का बयान 11 मई को दर्ज किया गया जबकि तन्ना का बयान तीन दिनों तक दर्ज किया गया। पूछताछ के दौरान तन्ना ने सीबीआई को सबूत के तौर पर फोन की रिकॉर्डिंग भी सौंपी है। डांगे ने आरोप लगाया था कि एक मामले में सिंह ने उन्हें आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने से रोका था। बाद में मुंबई पुलिस आयुक्त बनने के बाद सिंह ने उन्हें फर्जी मामले में निलंबित कर दिया और रिश्तेदार के जरिए बहाल करने के लिए रिश्वत मांगी। डांगे ने यह भी आरोप लगाया था कि सिंह के अंडरवर्ल्ड और अपराधियों के साथ संबंध हैं। वहीं तन्ना ने सिंह के खिलाफ जबरन वसूली की शिकायत की थी। तन्ना का दावा है कि ठाणे पुलिस आयुक्त रहते सिंह ने फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देकर उनसे सवा करोड़ रुपए वसूले थे।
डांगे ने की नवलानी के खिलाफ फिर जांच की मांग
इंस्पेक्टर अनूप डांगे ने मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे को पत्र लिखकर मांग की है कि पुलिस अधिकारी को काम करने से रोकने के मामले में कारोबारी जितेंद्र नवलानी के खिलाफ फिर से जांच शुरू की जाए। कुछ दिनों पहले हाईकोर्ट ने नवलानी की याचिका पर सुनवाई करते हुए उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर खारिज कर दी थी। डांगे की मांग है कि हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दी जाए। क्योंकि जांच से जुड़े अधिकारियों ने इसमें लापरवाही बरती थी। डांगे ने 31 पेज के अपने पत्र में लिखा है कि गामदेवी पुलिस ने नवंबर 2019 में नवलानी के खिलाफ पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में एक एफआईआर दर्ज की थी। उस समय परमबीर सिंह मुंबई पुलिस आयुक्त थे इसलिए मामले की ठीक से जांच नहीं हुई थी। आरोप है कि देर रात खुले एक होटल पर कार्रवाई के दौरान नवलानी ने पुलिस के काम में बाधा डाली थी। डांगे की मांग है कि इस मामले की फिर से जांच की जाए। सिंह और नवलानी के बीच करीबी रिश्ते बताए जाते हैं। नवलानी के खिलाफ हाल ही में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के नाम पर 59 करोड़ रुपए वसूलने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।
Created On :   16 May 2022 9:32 PM IST