सीबीएसई-आईसीएसई के छात्रों को लिखित परीक्षा में अंको के आधार पर मिले प्रवेश-तावडे

CBSE-ICSE students should get admission on basis of written marks
सीबीएसई-आईसीएसई के छात्रों को लिखित परीक्षा में अंको के आधार पर मिले प्रवेश-तावडे
सीबीएसई-आईसीएसई के छात्रों को लिखित परीक्षा में अंको के आधार पर मिले प्रवेश-तावडे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में कक्षा 10 वी के छात्रों को मौखिक परीक्षा के लिए मिलने वाले अंक देने बंद किए जाने के बाद अब एसएससी बोर्ड के विद्यार्थियों को लिखित परीक्षा के अंक के आधार पर ही कक्षा 11 वीं में प्रवेश मिलेगा। इसी आधार पर सीबीएसई, आईसीएसई और आईबी बोर्ड के विद्यार्थियों को भी केवल लिखित परीक्षा में मिले अंक के आधार पर दाखिला दिया जाना चाहिए। इसमें उन्हें मौखिक परीक्षा में मिले अंक न जोड़े जाए। इस मांग को लेकर प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे  केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से चर्चा करेंगे।

शिक्षामंत्री तावडे केंद्रीय मानव संस्थान मंत्री से करेंगे मांग 

मंगलवार को मंत्रालय में तावडे ने जूनियर कॉलेज के प्रिंसिपल और अभिभावक के साथ कक्षा 11 वीं के प्रवेश प्रक्रिया को लेकर बैठक की। इसमें प्रिंसिपल और अभिभावक ने कक्षा 11 वीं के प्रवेश में एसएससी बोर्ड की तरह सीबीएसई, आईसीएसई और आईबी बोर्ड के विद्यार्थियों का केवल लिखित परीक्षा के अंक को आधार मानने का सुझाव दिया। इसके बाद तावडे ने कहा कि एसएससी बोर्ड के विद्यार्थियों को लिखित परीक्षा के अंक के आधार पर कक्षा 11 वीं में प्रवेश दिया जाएगा। इसलिए 11 वी में प्रवेश के लिए सीबीएसई, आईसीएसई और आईबी बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए भी केवल लिखित परीक्षा के अंक को मान्य किया जाना चाहिए। इसी के आधार पर दाखिले के लिए कट कट ऑफ लिस्ट जारी होनी चाहिए। क्योंकि मौखिक परीक्षा के अंक बंद किए जाने से एसएससी बोर्ड के परीक्षा परिणाम में गिरावट आई है। 

इसी साल 10 वीं छात्रों को नहीं मिल हैं मौखिक परीक्षा के अंक 

तावडे ने कहा कि इस मांग को लेकर हमने एक प्रस्ताव तैयार किया है। हम केंद्रीय मंत्री निशंक से चर्चा करेंगे कि क्या इस प्रस्ताव पर अमल किया जा सकता है। इसके बाद अगले दो दिनों में अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। तावडे ने कहा कि कक्षा 10 वीं के आईबी बोर्ड के केवल 8 से 9 विद्यार्थी हर साल एचएससी बोर्ड के लिए कक्षा 11 वीं में प्रवेश के लिए आते हैं। वहीं 4 से 4.50 प्रतिशत तक सीबीएसई और आईसीएसई के विद्यार्थी एचएससी बोर्ड में प्रवेश के लिए आते हैं। ऐसा नहीं है कि बहुत बड़ी संख्या में दूसरे बोर्ड के विद्यार्थी महाराष्ट्र के एचएससी बोर्ड में पढ़ने के लिए आते हैं।  
 

Created On :   11 Jun 2019 8:47 PM IST

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