छगन भुजबल ने कहा - स्कूलों में सरस्वती माता और शारदा माता की पूजा की जरूरत क्या है

Chhagan Bhujbal said - what is the need of worshiping Saraswati Mata and Sharda Mata in schools
छगन भुजबल ने कहा - स्कूलों में सरस्वती माता और शारदा माता की पूजा की जरूरत क्या है
उठाया सवाल छगन भुजबल ने कहा - स्कूलों में सरस्वती माता और शारदा माता की पूजा की जरूरत क्या है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री छगन भुजबल के स्कूलों में सरस्वती माता और शारदा माता की तस्वीर लगाने को लेकर दिए गए बयान पर विवाद पैदा हो सकता है। सोमवार को यशवंतराव चव्हाण सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में भुजबल ने कहा कि स्कूलों में सरस्वती माता और शारदा माता की तस्वीर लगाई जाती है जिन्हें हमने कभी देखा नहीं और जिन्होंने हमें कुछ पढ़ाया नहीं। यदि पढ़ाया भी होगा तो केवल 3 प्रतिशत लोगों को पढ़ाया होगा और हमें दूर रखा। उनकी पूजा क्यों करनी है? यह मुझे समझ में नहीं आता है। भुजबल ने स्कूलों में सावित्रीबाई फुले, महात्मा ज्योतिबा फुले, डॉ. बाबासाहब आंबेडकर, छत्रपति शाहू महाराज और कर्मवीर भाऊराव पाटील की तस्वीर लगाई जानी चाहिए क्योंकि इन्ही लोगों के कारण हमें शिक्षा और अधिकार मिला है। भुजबल के इस बयान पर भाजपा आक्रामक हो गई है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता तथा विधायक राम कदम ने कहा कि भुजबल ने स्कूलों में लगी देवी-देवताओं की तस्वीर हटाने की बात कही है। आगे जाकर भुजबल यह भी कह सकते हैं कि मंदिरों की जरूरत क्या है। मंदिरों को भी ढहा देना चाहिए। कदम ने कहा कि भुजबल ने देवी-देवताओं का अपमान किया है। इसलिए उन्हें माफी मांग कर अपना बयान वापस लेना चाहिए। 
 

Created On :   26 Sept 2022 10:13 PM IST

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