मुख्यमंत्री उद्धव की अपील- कोरोना मरीजों के उपचार का बीड़ा उठाएं फैमिली डॉक्टर

Chief Minister Uddhav appeals - Family doctors should take the lead in the treatment of Corona patients
मुख्यमंत्री उद्धव की अपील- कोरोना मरीजों के उपचार का बीड़ा उठाएं फैमिली डॉक्टर
मुख्यमंत्री उद्धव की अपील- कोरोना मरीजों के उपचार का बीड़ा उठाएं फैमिली डॉक्टर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना की लड़ाई में पारिवारिक डॉक्टरों को प्रदेश का साथ देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि पारिवारिक डॉक्टर घर पर इलाज लेने वाले कोरोना के मरीजों के उचित उपचार के लिए शिवधनुष्य उठाएं। रविवार को राज्य के कोरोना नियंत्रण टॉस्क फोर्स ने 17 हजार 500 डॉक्टरों को चिकित्सा उपचार के बारे में मार्गदर्शन किया। वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित ऑनलाइन चिकित्सा परिषद में मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर के खुद के पारिवारिक डॉक्टर होते हैं। मरीज सबसे अधिक विश्वास पारिवारिक डॉक्टर पर करते हैं। राज्य में कोरोना के 70 से 75 प्रतिशत मरीजों में कोई लक्षण नजर नहीं आता है। इसलिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह नहीं दी जाती। यह मरीज घर पर पृथकवास में इलाज लेते हैं। लेकिन कुछ मरीज कई दिनों बाद गंभीर हो जाते हैं। उन्हें देरी से अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। इससे कई बार मरीजों की मौत हो जाती है। इसलिए घर पर इलाज कराने वाले मरीजों के लिए पारिवारिक डॉक्टरों की भूमिका अहम है। घर में इलाज कराने वाले मरीजों के उपचार का प्रबंध अच्छा हुआ तो मृत्यु दर को भी कम किया जा सकता है। 

कोविड केयर सेंटर में सेवा दें डॉक्टर

मुख्यमंत्री ने कहा कि पारिवारिक डॉक्टर के रूप में काम करने वाले राज्य के सभी डॉक्टर सेवा का विस्तार करें। उन्होंने कहा कि पारिवारिक डॉक्टर संभव होने पर पास के कोविड केयर सेंटर और अस्पताल में दिन में एक बार जाकर सेवाएं दें। इससे सरकार को सहयोग मिलेगा। साथ ही मरीजों को अपने जान पहचान वाले डॉक्टरों को देखकर खुशी होगी। 

बारिश में बीमारी रोकने की जरूरत

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून आने वाला है। इसलिए सर्दी, बुखार, खांसी, मलेरिया, डेंग्यू, लिप्टो जैसी मौसमी बीमारियों को रोकने की चुनौती है। उन्होंने कहा कि बारिश में रैपिड एंटीजन टेस्ट बड़े पैमाने पर किया जाए। 

बालरोग विशेषज्ञों करेंगे मार्गदर्शन 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी ल़ड़ाई में छोटे बच्चों के प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। इसके लिए सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। बालरोग विशेषज्ञों का टास्क फोर्स स्थापित किया गया है। यह टास्क फोर्स छोटे बच्चों को इलाज की पद्धति तय करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में बालरोग विशेषज्ञों का टास्क फोर्स भी डॉक्टरों का मार्गदर्शन करेगा।  

टास्क फोर्स के डॉक्टरों ने दी सलाह 

राज्य के टास्क फोर्स के डॉक्टरों ने कोरोना ने कोरोना के मरीजों के छह मिनट का वॉक टेस्ट, मरीजों के ऑक्सीजन की स्थिति और जरूरत, म्यूकर मायकोसिस बीमारी, रेमडेसिविर इजेक्शन के इस्तेमाल, वेटिंलेटर पर मरीजों का ध्यान रखने, पोस्ट कोविड मरीजों के सावधानी बरतने, सिटी स्कैन का इस्तेमाल आदि के बारे में सलाह दी। टॉस्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. संजय ओक, डॉ. शशांक जोशी, डॉ. राहुल पंडित, डॉ. तात्याराव लहाने, डॉ. आशीष भुमकर आदि ने मार्गदर्शन किया। 

Created On :   16 May 2021 1:45 PM GMT

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