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मुख्य सचिव की अफसरों को चेतावनी : नहीं सुधारा काम तो होगे बर्खास्त
डिजिटल डेस्क शहडोल । प्रदेश के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि शहडोल संभाग के लगभग 4 राजस्व अधिकारी सेवा से बर्खास्त करने योग्य हैं, किंतु उन्हें एक मौका और दिया जा रहा है। अगली समीक्षा बैठक में अपेक्षाओं के अनुरूप राजस्व प्रकरणों का निराकरण नहीं किया जाता है तो चारों अधिकारियों एवं अन्य राजस्व अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह गुरुवार को संभागीय मुख्यालय शहडोल में राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होने कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये अभी और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। मुख्य सचिव ने कहा कि मैं पुन: नवम्बर माह में शहडोल पहुंचकर राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति की समीक्षा करूंगा। स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो जवाबदेह अधिकारियों, कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही करूंगा। मुख्य सचिव सुबह 9 बजे हेलीकाप्टर से शहडोल पहुंचे और 10 बजे से दोपहर पौने तीन बजे तक कलेक्टर कार्यालय में राजस्व अधिकारियों की मैराथन बैठक ली।
रिपोर्ट नहीं देने वाले पटवारियों को करें बर्खास्त-
मुख्य सचिव ने कहा कि शहडोल संभाग में विभिन्न राजस्व न्यायालयों के निरीक्षण के दौरान यह पाया गया है कि राजस्व प्रकरणों की संख्या घटाने के लिये कई राजस्व न्यायालयों द्वारा अदम पैरवी के प्रकरणों को खारिज कर दिया गया है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिये हैं कि किसी भी स्थिति में अदम पैरवी के प्रकरणों को खारिज नहीं करें। उन्होने निर्देश दिये कि सभी राजस्व प्रकरण आरसीएमएस में दर्ज होना चाहिए। मुख्य सचिव ने कहा कि पटवारी, तहसीलदारों का अधीनस्थ कर्मचारी है ऐसी स्थिति में पटवारी रिपोर्ट तहसीलदार के न्यायालय को नहीं प्राप्त होना बेहद ही खेदजनक स्थिति है। मुख्य सचिव ने कहा है कि जो पटवारी रिपोर्ट देने में उदासीनता बरत रहे हैं अथवा जानबूझ कर पटवारी रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं ऐसे पटवारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें।
अभिलेखागारों में करें सुधार-
मुख्य सचिव ने राजस्व अभिलेखागारों की स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये कि रिकार्ड रखने के लिये जो अधिकारी अथवा कर्मचारी जिम्मेदार था उसकी जवाबदेही तय करें तथा उसके विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज कर ऐसे राजस्व कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त करने की कार्यवाही करें। मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि डायवर्सन के प्रकरणों में जब तक राशि जमा न हो जाये तब तक आदेश जारी नहीं होना चाहिए। मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि जिन डायवर्सन के प्रकरणों में आदेश जारी होने के बावजूद राशि जमा नहीं कराई गई है ऐसे डायवर्सन के प्रकरणों में तत्काल राशि जमा कराई जाये।
ब्यौहारी नायब तहसीलदार को फटकार-
समीक्षा के दौरान राजस्व न्यायालय ब्यौहारी के नायब तहसीलदार के न्यायालय में लगभग 11 साल का प्रकरण निराकरण के लिये लंबित पाये जाने पर मुख्य सचिव द्वारा नायब तहसीलदार से वस्तुस्थिति की जानकारी ली गई, प्रकरण के संबंध में नायब तहसीलदार द्वारा समुचित जानकारी नहीं देने पर मुख्य सचिव ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होने निर्देशित किया कि ऐसे उदासीन राजस्व अधिकारियों से उन्हे दिये गये वेतन की रिकव्हरी की जाये।
ये भी रहे उपस्थित-
बैठक में सचिव राजस्व हरिरंजन राव, अपर सचिव राजस्व एम.सेलेवेन्द्रम, सीएलआर एम.के.अग्रवाल, प्रमुख राजस्व आयुक्त रजनीश कुमार, कलेक्टर शहडोल नरेश पाल, कलेक्टर अनूपपुर अजय शर्मा, कलेक्टर उमरिया माल सिंह, शहडोल संभाग के सभी अपर कलेक्टर एवं अनुविभागीय राजस्व अधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
Created On :   13 Oct 2017 1:20 PM IST