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महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में टीन शेड के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में स्कूल भवन नहीं होने से बच्चे टीन की शेड के नीचे बैठने को मजबूर है। औरंगाबाद से सांसद सय्यद इम्तियाज जलील ने सोमवार को लोकसभा में इस मुद्दे की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा भले ही राज्य सरकार विषय है, लेकिन यदि राज्य सरकार इसकी अनदेखी कर रही है तो केन्द्र सरकार इसमें हस्तक्षेप करें और महाराष्ट्र ही नहीं देश में जितने भी स्कूल है, जहां बच्चे टीन शेड के नीचे पढ रहे है ऐसी स्कूलों को एक योजना के तहत एक साल में दुरुस्त करें।
नियम 377 के तहत इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सहित उनके संसदीय क्षेत्र में भी ऐसी स्कूले है जहां बच्चे तपती धूप में टीन शेड के नीचे बैठकर पढने के लिए विवश है। उन्होंने कहा कि हम सदन में एसी में बैठते है, इसलिए हमें उनकी स्थिति का आभास नहीं होता है। यह बहुत अफसोसनाक बात है कि जब बारिश होती है और टीन शेड में से पानी टपकता है तो बच्चों को बाहर किसी झांड़ के नीचे बैठाकर पढाया जाता है। लिहाजा सरकार ने मामले में जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए कि देश में जितने स्कूल है, जहां बैठने की अच्छी सुविधाएं नहीं है। इसके लिए केन्द्र सरकार को एक योजना के तहत ऐसे स्कूलों को एक साल में दुरुस्त करना चाहिए, ताकि कोई भी बच्चा टीन शेड के नीचे पढ़ने को मजबूर न हो। क्योंकि, ग्रामीण लोगों के बच्चों को भी अच्छी स्कूलों को पढने का अधिकार है।
Created On :   4 April 2022 9:57 PM IST