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शहीद पुलिस-सुरक्षा बल जवानों के बच्चों को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के प्रवेश में मिलेगी प्राथमिकता
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि आतंकी हमले में शहीद पुलिस, सेना, अर्धसैनिक बल के जवानों के बच्चों को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। सोमवार को सामंत ने कहा कि तकनीकी शिक्षा निदेशालय के अधीन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए संस्था के कोटे व केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया के तहत रिक्त सीटों पर संस्था के तहत होने वाले प्रवेश में आतंकी हमले में शहीद पुलिस के बच्चों और राज्य के निवासी व आतंकी हमले में शहीद हुए सेना के जवान और अर्ध सैनिक बलों के जवानों के बच्चों को प्रति पाठ्यक्रम अधिक से अधिक एक सीट पर दाखिले के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। सामंत ने बताया कि राज्य में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 और उसके बाद प्रवेश प्रक्रिया के लिए यह नियम लागू रहेगा।
मंत्री ने कहा कि उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के 27 फरवरी 2008 के शासनादेश के अनुसार मुंबई आंतकी हमले में शहीद हुए पुलिस व राज्य सरकार के अन्य कर्मचारियों के परिवारों को मुफ्त शिक्षा सुविधा प्रदान की गई है। इसके अनुसार पात्र विद्यार्थियों की फीस और अन्य शुल्क की प्रतिपूर्ति सरकार के माध्यम से की जाती है। इसके साथ ही देश की रक्षा करते हुए शहीद जवानों के बच्चों को तकनीकी व्यावसायिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए निजी बिना अनुदानित संस्था स्तर पर संस्था के कोटे की जगह देने का प्रावधान है। अब महाराष्ट्र में रहने वाले सीमा पर तैनाती के दौरान आतंकी हमले में शहीद सेना और अर्ध सैनिक बलों के बच्चों को भी इस निर्णय का फायदा होगा।
Created On :   1 Feb 2021 6:41 PM IST