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डैम निर्माण में धांधली, कमिश्नर ने सहायक यंत्रियों को जारी किया कारण बताओ नोटिस
डिजिटल डेस्क, शहडोल। सोहागपुर जनपद पंचायत के पिपरिया गांव में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (RES) की ओर से बनाए गए स्टॉप डैम में भारी अनियमितता सामने आई है। करीब 15 लाख की लागत से तैयार डैम में हर स्तर पर गड़बड़ी की गई है। लापरवाही पर कमिश्नर जेके जैन ने सहायक यंत्री रवि मिश्रा और टीएस ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं पिपरिया के सरपंच-सचिव और सब इंजीनियर पुष्पांजलि तिवारी पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर को लिखा है।
कमिश्नर ने 26 मई को RES के अधीक्षण यंत्री एपी सिंह के साथ ग्राम पंचायत पिपरिया के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने यहां अमहा नाले में बनाए गए स्टॉप डैम का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में पाया गया कि डैम की नींव काफी कम बनाई गई है। इसे 2.5 मीटर बनाया जाना था, लेकिन इंजीनियरों ने 1.20 मीटर ही नींव डाली। वहीं विंग वॉल 2.5 मीटर के स्थान पर 0.95 मीटर ही बनाया। इसके चलते डैम में पानी रुक नहीं पाता है। पूरा पानी रिस जाता है। यानि यह डैम किसी काम का नहीं है। जब पानी ही नहीं रुकेगा तो ग्रामीणों को किस तरह का लाभ होगा। इस डैम का निर्माण DMF मद से हुआ है।
लागत से ज्यादा का भुगतान
RES के इंजीनियरों ने सरपंच-सचिव से मिलीभगत कर इसका एस्टीमेट भी ज्यादा का बनाया और प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त कर ज्यादा भुगतान भी ले लिया। वहीं जांच के दौरान जब इसका मूल्यांकन किया गया तो वर्तमान में इसकी कुल लागत 11 लाख 35 हजार रुपए ही निकली है। इस तरह जहां इसके निर्माण में खुल कर भ्रष्टाचार किया गया वहीं लागत से ज्यादा का भुगतान भी किया गया।
तालाब में बनाया स्टॉप डैम
इसमें एक गड़बड़ी और सामने आई है, जिस जगह को अमहा नाला बताते हुए उसमें स्टाप डैम का बनाया गया है। वास्तव में वह तालाब है। इसके आसपास कहीं नाला नहीं है। बताया जा रहा है कि वर्षों पहले बरसात का पानी गांव के बाहर एक नाले में एकत्र होता था। यह नाला खेतों के बीच से होकर दूसरी तरफ जाता था। वर्तमान में यहां नाले जैसा कुछ भी नहीं है। आसपास खेत ही नजर आते हैं।
Created On :   29 May 2018 6:12 PM IST