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सोनू सूद, रितेश देशमुख, मिलिंद लगा सकते हैं कांग्रेस की नैया पार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अगले साल होने वाले मुंबई महानगरपालिका चुनाव (बीएमसी) में कांग्रेस की नैया तभी पार हो सकती है, जब पार्टी अपने किसी नेता की बजाय सेलिब्रेटी को महापौर उम्मीदवार घोषित करें। यह हम नहीं कह रहे बल्कि चुनाव को लेकर मुंबई कांग्रेस द्वारा तैयार रणनीतिक रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि फिल्म अभिनेता सोनू सूद, रितेश देशमुख व मिलिंद सोमण में से किसी एक को महापौर उम्मीदवार घोषित करने और अपने पुराने उत्तरभारतीय वोट बैंक को अपने पाले में कर कांग्रेस देश की सबसे समृद्धिशाली मनपा पर कब्जा कर सकती है।
मुंबई कांग्रेस के सचिव गणेश यादव द्वारा तैयार रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि महापौर उम्मीदवार घोषित करने के साथ आर्किटेक, टाउन प्लानर, स्टार्टअप चलाने वाले जैसे प्रोफेशनल को टिकट दिए जाए। इससे पार्टी की छबि बनाने में मदद मिलेगी। साथ यह भी कहा गया है कि उम्मीदवारों के नाम समय पर घोषित किए जाए जिससे उन्हें चुनाव तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिल सके। जल्द उम्मीदवारी घोषित करने से कांग्रेस अपने प्रतिस्पर्धी उम्मीदवारों की तुलना में प्रचार में आगे रहेंगे और दूसरे दलों के उम्मीदवारों के नाम घोषित होने से पहले वे घर-घर चुनाव प्रचार का एक दौर पूरा कर चुके होंगे। रिपोर्ट में सिटिंग 29 सीटों और विवादित सीटों को छोड़ कर बाकी सीटों के लिए जल्द उम्मीदवार घोषित करने की नीति अपनाने की बात कही गई है। आरक्षण घोषित होते ही इन सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित करने की वकालत की गई है। रिपोर्ट में समाजवादी पार्टी व एमआईएम जैसी वोट कटवा पार्टियों के वोट काटने की क्षमता के विश्लेषण भी जोर दिया गया है।
महिला उम्मीदवारों का टोटा
रिपोर्ट में इस बात पर चिंता व्यक्त की गई है कि कांग्रेस के पास महिला उम्मीदवारों का टोटा है जबकि मनपा चुनाव में 50 फीसदी सीटें महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रहती हैं। रिपोर्ट के अनुसार पार्टी के पास 30 सक्रिय महिला पदाधिकारी हैं जिसमें से आधी ही चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं। पार्टी के पास मजबूत महिला नेतृत्व का अभाव है। इस लिए पार्टी में महिला नेताओं को बढ़ावा देने की जरुरत है। शिवसेना इस लिए बीएमसी चुनाव में सफल रहती है क्योंकि उसके पास महिला कार्यकर्ताओं की फौज है।
गठबंधन को लेकर असमंजस
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीएमसी चुनाव में गठबंधन को लेकर असमंजस की स्थिति है। कांग्रेस शिवसेना के साथ मिलकर राज्य में सरकार चला रही है। ऐसे में मुंबई मनपा में हम न तो सत्ता पक्ष में हैं और न ही विपक्ष में दिखाई दे रहे हैं। इस लिए गठबंधन पर स्थिति जल्द साफ होनी चाहिए। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वंचित बहुजन और एमआईएम जैसी पार्टियों को कैसे भाजपा की बी टीम घोषित किया जाए। इसके लिए गैर राजनीतिक मुस्लिम और दलित चेहरों की मदद लेने का सुझाव दिया गया है।
Created On :   23 Aug 2021 10:12 PM IST