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उपराजधानी में राज्यभर से जुटे कार्यकर्ता, कांग्रेस का दावा- ऐतिहासिक होगा मोर्चा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विजय सिंह "कौशिक। मंगलवार को विधानभवन पर निकलने वाले मोर्चे को ऐतिहासिक बनाने में जुटी कांग्रेस ने अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा करने की बजाय दूर दराज के इलाकों से भीड जुटाने पर खास जोर दिया है। मोर्चे को सफल बनाने के लिए पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने पार्टी से प्रदेश प्रतिनिधियों की बैठक में भारी भीड़ जुटाने के लिए सभी को जुटने का निर्देश दिया था। अलग-अलग इलाकों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बसों-ट्रेनों से कार्यकर्ताओं को लेकर नागपुर पहुंचने का निर्देश दिया गया। सोमवार को चव्हाण ने नागपुर में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी के चुने जाने के बाद राज्य में कांग्रेस का यह बड़ा शक्ति प्रदर्शन है। यह मोर्चा कांग्रेस और राकांपा का संयुक्त मोर्चा है। इसलिए कांग्रेस की अपने सहयोगी दल से भी प्रतिस्पर्धा है।
नागपुर के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को रखा दूर
दूसरी और नागपुर के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उन्हें मोर्चे की तैयारी से दूर रखा गया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को नागपुर से ज्यादा बाहर से आने वाली भीड़ पर भरोसा है। जबकि प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत पार्टी में किसी तरह की नाराजगी से इनकार करते हुए कहते है कि सभी विधायकों, पूर्व विधायकों और नेताओं को मोर्चे में शामिल होने की सूचना भेजी गई है। सावंत ने दावा कि यह ऐतिहासिक मोर्चा होगा। विपक्ष के इस मोर्चे में किसानों, मजदूरों सहित आम आदमी का आक्रोश दिखाई देगा। मोर्चे को सफल बनाने के लिए मुम्बई से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपराजधानी पहुंचे हैं। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम भी वहीं हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि (PCC) राजकुमार मिश्र के मुताबिक मुंबई और आसपास के इलाकों कल्याण, ठाणे, मीरारोड, पालघर, नई मुम्बई से करीब 100 बसों में भरकर कार्यकर्ता सतरानगरी पहुंच रहे हैं।
जोरदार शक्ति प्रदर्शन के मूड में कांग्रेस
देखा जाए तो गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की वोटिंग से ठीक पहले राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। कांग्रेस नेता एम रामचंद्रन ने दोपहर में औपचारिक ऐलान किया। जबकि सोमवार को ही नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था, सिर्फ राहुल ने ही नामांकन दाखिल किया था। राहुल के अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद कार्यकर्ताओं में जोश भर गया है। यही कारण है कि पार्टी अब जोरदार शक्ति प्रदर्शन के मूड में है। उपराजधानी में शीत कालीन सत्र शुरु हो गया है। इस दौरान कांग्रेस और NCP सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। पहले दिन सत्र हंगामे के साथ शुरु हुआ था। विपक्ष के हंगामे के चलते कार्रवाई मंगलवार तक कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।
Created On :   11 Dec 2017 5:59 PM IST