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कांग्रेस विधायक गोरे का विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा, भाजपा में जाने की तैयारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सातारा के माण-खटाव विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक जयकुमार गोरे ने विधानसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। शुक्रवार को उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे को इस्तीफा सौंपा। बागडे ने बिना देरी किए गोरे का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया। इस मौके पर प्रदेश के कृषि राज्य मंत्री सदाभाऊ खोत मौजूद थे। कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गोरे अब भाजपा में शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार गोरे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में प्रवेश कर सकते हैं। शाह 1 सितंबर को सोलापुर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के महाजनादेश यात्रा के दूसरे चरण के समापन के मौके पर मौजूद रहेंगे। गोरे का राष्ट्रवादी कांग्रेस के सातारा जिले के नेताओं के साथ पुराना मतभेद रहा है। गोरे ने नीरा देवघर बांध का पानी बारामती को देने के फैसले को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा विधान परिषद के सभापति रामराजे नाईक-निंबालकर की सार्वजनिक रूप से आलोचना की थी।
कांग्रेस विधायक सिद्धाराम म्हेत्रे भी भाजपा की राह पर
सोलापुर के अक्कलकोट से कांग्रेस विधायक सिद्धाराम म्हेत्रे भी पार्टी छोड़ने की तैयारी में है। म्हेत्रे ने खुद इसके संकेत दिए हैं। म्हेत्रे भाजपा में प्रवेश कर सकते हैं। म्हेत्रे ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र में घुम रहा हूं। यह दौरा पूरा करने के बाद मैं अगले दो दिनों में अपना फैसला घोषित करूंगा।
राणा जगजीत सिंह आज घोषित करेंगे फैसला
उस्मानाबाद सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक राणा जगजीत सिंह पाटील भी भाजपा की राह पर हैं। राणा जगजीत राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व सांसद पद्मसिंह पाटील के बेटे हैं। राणा जगजीत ने 31 अगस्त को उस्मानाबाद के लेडिज क्लब मैदान में परिवार संवाद कार्यक्रम आयोजित किया है। समझा जा रहा है कि परिवार संवाद के जरिए राणा जगजीत अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे। पद्मसिंह पाटील राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार के रिश्तेदार हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक जाधव की घर वापसी
रत्नागिरी के गुहागर सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक भास्कर जाधव की घर वापसी अब तय मानी जा रही है। जाधव जल्द ही शिवसेना में प्रवेश कर सकते हैं। पिछले सप्ताह जाधव ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी। जाधव ने पहले उद्धव से मिलने की बात से इंकार किया था। पर बाद में खुद जाधव ने स्वीकार किया था कि उनकी मुलाकात उद्धव से हुई थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके जाधव शिवसेना से मतभेद के बाद पार्टी छोड़ राकांपा में शामिल हो गए थे। जाधव आघाड़ी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
दलबदल के सवाल पर भड़के पवार
शुक्रवार को अहमदनगर के श्रीरामपुर में पत्रकारों ने जब राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से रिश्तेदारों के पार्टी छोड़ने को लेकर सवाल पूछा तो वे पत्रकारों पर भड़क गए। पवार ने कहा कि नेता पार्टी छोड़ रहे हैं इसमें रिश्तेदारी से क्या संबंध हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति से रिश्तेदारी का क्या संबंध है? इस दौरान पवार इतने नाराज हुए कि वे दो बार कुर्सी से उठकर जाने लगे। राष्ट्रवादी कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के मनाने के बाद पवार प्रेस कांफ्रेंस में बैठे। लेकिन उन्होंने सवाल पूछने वाले पत्रकार से माफी मांगने को कहा। पवार ने सवाल पूछने वाले पत्रकार से हाथ जोड़कर कहा कि आप यहां से चले जाएंगे तो अच्छा होगा। पवार ने पार्टी नेताओं से कहा कि ऐसे पत्रकारों को न बुलाया जाए जिन्हें सभ्यता नहीं है।
Created On :   30 Aug 2019 9:36 PM IST