कांग्रेस का आरोप- ब्लैक लिस्टेड कंपनी को मिली "मैगनेटिक महाराष्ट्र" की जिम्मेदारी

Congress said ‌Black listed company gets Magnetic Maharashtra responsibility
कांग्रेस का आरोप- ब्लैक लिस्टेड कंपनी को मिली "मैगनेटिक महाराष्ट्र" की जिम्मेदारी
कांग्रेस का आरोप- ब्लैक लिस्टेड कंपनी को मिली "मैगनेटिक महाराष्ट्र" की जिम्मेदारी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश कांग्रेस ने दागी कंपनी को मैगनेटिक महाराष्ट्र परिषद के आयोजन का ठेका विजक्राफ्ट को दिए जाने की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को विधानसभा में दिए गए उनके बयान की याद दिलाई है। गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि यह वही इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ने जिसने दो साल पहले मेक इन इंडिया सप्ताह के दौरान आयोजन की जिम्मेदारी संभाली थी और गिरगांव चौपाटी पर आयोजन के दौरान भीषण आग लग गई थी। इसके बाद इसे काली सूची में डाल दिया गया था।

कार्यक्रम के दौरान लगी आग में पूरा मंच जलकर हुआ था राख
सावंत ने कहा कि मेक इन इंडिया सप्ताह के दौरान गिरगांव चौपाटी पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान लगी आग में पूरा मंच जलकर राख हो गया था। इस घटना के बाद विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने कहा था कि भविष्य में इस कंपनी को कोई सरकारी ठेका नहीं दिया जाएगा। इस कंपनी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। इसके बावजूद रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाले मैगनेटिक महाराष्ट्र परिषद के आयोजन की जिम्मेदारी विजक्राफ्ट को दे दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि उश वक्त मुख्यमंत्री ने कहा था कि विजक्राफ्ट के खिलाफ कारर्वाई कर हम सभी इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों को सबक सिख देना चाहते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अपनी कही बात भूल कर विजक्राफ्ट को ‘मैगनेटिक महाराष्ट्र’ के आयोजन का ठेका दे दिया।

विशेषाधिकार हनन तो नहीं?
सावंत ने कहा कि पार्टी नेता इस बात को देखेंगे कि मुख्यमंत्री ने अपना वादा न निभा कर विशेषाधिकार हनन तो नहीं किया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में घोषित एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र नीति में आदिवासी, वन भूमि, बफर जोन, इको सिस्टम जोन, मैंग्रोव जमीन का भी समावेश है, इस तथ्य को सरकारी प्रेस विज्ञप्ति मे छुपाया गया। उन्होंने कहा निवेश सम्मेलनों से लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है।

Created On :   16 Feb 2018 8:29 PM IST

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