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आर-पार की लड़ाई के मूड में OPM ठेका श्रमिक, अनिश्चितकालीन धरना
डिजिटल डेस्क शहडोल । ओपीएम प्रबंधन तथा ठेकेदार के शोषण के विरुद्ध ठेका श्रमिकों का सांकेतिक धरना अब अनिश्चितकालीन अनशन में बदल चुका है। मांगों को लगातार प्रबंधन, श्रम विभाग तथा प्रशासन के समक्ष रखने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होने से आहत होकर दर्जनों श्रमिकों ने ओपीएम क्लब के सामने रात के समय भी तंबू गाड़ दिया है। महिला-पुरुष श्रमिक पिछले 45 दिनों से दिन के समय धरना देते चले आ रहे हैं। प्रबंधन के उदासीन रवैये को देखते हुए अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ चुके हैं। अनशनरत श्रमिकों का कहना है कि अब तभी उठेंगे जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता।
कहीं नहीं हो रही सुनवाई
15 अक्टूबर से धरना कर रहे श्रमिकों का कहना है कि ओ.पी.एम. के बगडिय़ा ठेकेदार बाबा ब्रिक्स एवं बाबा इन्टरप्राईजेज के सभी मजदूरों को मध्यप्रदेश शासन द्वारा निर्धारित मजदूरी 274 और बैंक पेमेंट, ई.एस.आई., पी.एफ. एवं बोनस की मांग करने पर ठेकेदार द्वारा काम बंद कर दिया गया। जबकि सभी श्रमिक इनके ठेके में 10-12 वर्षों से कार्य करते चले आ रहे हैं। 15 अक्टूबर को ठेकेदार द्वारा काम बंद कर दिया गया। 50 मजदूरों की कोई सुनवाई कहीं नही हो पा रही है। श्रमिक कार्यालय शहडोल में तीन बार आवेदन कर चुके हैं। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मजदूरों का कहना है कि कुछ अनहोनी हो जाय तो इसकी जिम्मेदारी बगडिय़ा ठेकेदार, ओ.पी.एम. प्रबंधक की होगी।
मजदूरों की यह है मांग
ठेकेदार से पीडि़त श्रमिक सुन्दर लाल केवट, कांशीराम केवट, बुद्धसेन, गोरेलाल, रामनाथ, रमेश, मथुरा, लल्ली, सियावती, खुशबू, सेमवती, ओमप्रकाश व अन्य का कहना है कि बाबा ब्रिक्स एवं बाबा इन्टर प्राईजेज 50 मजदूर से 100 रुपये प्रतिमाह ई.एस.आई., पी.एफ. के नाम से 10 - 12 सालों से काटा जा रहा है। ई.एस.आई., पी.एफ. को कोई प्रमाण हम लोगों को नहीं मिला है। इसलिए शासन प्रशासन इनकी छानबीन का राहत प्रदान करे।
प्रबंधन दोषी नहीं
-ओपीएम प्रबंधन कहीं दोषी नहीं है। पूरा भुगतान ठेकेदार को किया जाता है, कहीं कोई गड़बड़ी है तो ठेकेदार जाने। लेबर विभाग को भी इसकी जानकारी है।
आरएल शुक्ला, पीआरओ ओपीएम
Created On :   25 Nov 2017 1:16 PM IST