गौ तस्करों ने दो विहिप कार्यकर्ताओं को अगवा कर बेरहमी से पीटा

Cow smugglers kidnapped two VHP activists and beat them brutally
गौ तस्करों ने दो विहिप कार्यकर्ताओं को अगवा कर बेरहमी से पीटा
गौ तस्करों ने दो विहिप कार्यकर्ताओं को अगवा कर बेरहमी से पीटा

डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/ पांढुर्ना। क्षेत्र से गौवंश की तस्करी बदस्तूर जारी है। गौवंश का परिवहन करने वाले तस्कर गौवंश के बचाव में उतरने वाले कार्यकर्ताओं को भी नही बख्श रहे है। गौस्तकरों की ऐसी ही गुंडागर्दी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पांढुर्ना पुलिस थाने के नांदनवाड़ी पुलिस चौकी अंतर्गत गौवंश परिवहन को रोकने के दौरान गौतस्करों ने विहिप और बजरंग दल कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई की। इस दौरान पांच कार्यकर्ताओं में से तीन कार्यकर्ता भागने में सफल हो गए, पर दो कार्यकर्ताओं को तस्करों ने अपनी गाड़ी में अगवा कर लिया और गाड़ी के अंदर ही पीटते-पीटते जंगल तक ले गए। कार्यकर्ताओं के बेदम होने के बाद उन्हें जंगल में छोड़कर तस्कर फरार हो गए। घायल कार्यकर्ताओं को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार जारी है।
वाहन का पीछा किया
मिली जानकारी के अनुसार मुलताई क्षेत्र के विहिप नगर अध्यक्ष उपेन्द्र पाठक, नगर संयोजक ऋषि साहू, जिला गौरक्षक महेन्द्र साहू, नगर गौरक्षक भूपेश साहू और कार्यकर्ता भूपेश अलोने को सूचना मिली थी कि अंबाड़ा बाजार के रास्ते एक पिकअप वाहन में गौवंश का अवैध परिवहन हो रहा है। जानकारी मिलते हुए यह पांचों कार्यकर्ता एक वाहन से अंबाड़ा बाजार की ओर आए। तभी वहां से गुजर रही पिकअप वाहन में गौवंश नजर आए तो कार्यकर्ताओं ने उस वाहन को रोकने के लिए पीछा शुरू किया। यह देख गौवंश ले जा रहे वाहन के चालक ने गति बढ़ा दी और भागने लगा।
पलट गया वाहन
इस दौरान जुनेवानी प्लांट के पास गौवंश से भरा वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। वाहन पलटने के बाद चालक और उसमें सवार अन्य लोग मौके से भाग गए। तब पीछे चल कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर गौवंश की सुध ली और घायल मवेशियों को बाहर निकालने का प्रयास किया। कार्यकर्ता मवेशियों को निकालने के प्रयास में जुटे ही थे कि मामले में नया मोड़ आया। तभी वहां करीब दस-बारह लोग एक वाहन में भरकर पहुंचे और मवेशियों को निकाल रहे कार्यकर्ताओं को घेरकर उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान भूपेश अलोने भाग गया। वहीं अन्य चारों को सभी लोगों ने जमकर पीटा। इस दौरान भूपेश साहू और महेन्द्र भी वहां से भागने में कामयाब हो गए। तभी उन लोगों ने उपेन्द्र और ऋषि को वाहन में अगवा करते हुए और पीटा, साथ ही दूर जंगल तक ले जाकर बेदम होने के बाद छोड़ दिया। अन्य कार्यकर्ताओं की सूचना पर पुलिस ने इन घायलों को उठाकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार जारी है। गंभीर अवस्था में ही सभी घायलों ने अपने बयान पुलिस को दिए। इस संबंध में टीआई अरविंद जैन ने बताया कि इस मामले में गौवंश अधिनियम और मारपीट की धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है वाहन में नौ मवेशी भरे थे, जिसमें से पांच की मौत हो गई।
 

Created On :   18 Oct 2019 12:01 PM GMT

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