लगातार तीसरे वर्ष अतिवृष्टि का शिकार हुए किसान

Crops damaged in the rain - farmers became victims of excessive rain for the third consecutive year
लगातार तीसरे वर्ष अतिवृष्टि का शिकार हुए किसान
फसलें बारिश में हुईं बर्बाद लगातार तीसरे वर्ष अतिवृष्टि का शिकार हुए किसान

डिजिटल डेस्क, अमरावती। जिले के किसान गत तीन वर्षों से लगातार अतिवृष्टि के संकट से जूझ रहे है। जिस कारण किसानों को लगातार अपनी फसलें गंवानी पड रही है। शनिवार व रविवार को हुई मूसलाधार बारिश के कारण भी किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। सैकड़ों एकड़ क्षेत्र से काटी गई सोयाबीन की फसल बारिश की चपेट में आकर नुकसानग्रस्त होने की जानकारी सामने आई है। कमोबेश जिले की सभी 14 तहसीलों में इसी तरह के हालात होने की जानकारी है। शनिवार और रविवार जिले में कुल 7 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस बारिश के कारण एक बार फिर से खेत खलिहान जलमग्न हो चुके है। न केवल सोयाबीन किसानों को बारिश के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। बल्कि कपास उत्पादक किसान भी समस्याग्रस्त दिखाई देने लगे है। इस बारिश के कारण फसलें लगातार बीमारियों की चपेट में भी आ रही है। गत माह हुई अतिवृष्टि के कारण अब तक कुल 119 हेक्टेअर क्षेत्र में फसलों के बर्बाद होने की पुष्टि हुई है। किंतु रविवार के रोज 13 हेक्टेअर फसलों के प्रभावित होने की जानकारी प्राप्त हुई है। इस बारिश के कारण सोयाबीन की गुणवत्ता पर भी असर पड़ रहा है। फसलों के नुकसान के साथ ही सोयाबीन व कपास की कीमतों में गिरावट हो जाने से किसान दोहरी मार झेल रहे है। इस वर्ष भी गत वर्ष की तुलना में अतिवृष्टि के चलते फसलों की गुणवत्ता कम होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। 

कुरहा में भी सोयाबीन व कपास पर संकट

कुरहा लौटते मानसून की बारिश के कारण एक बार फिर सोयाबीन, कपास व संतरे की फसलों को नुकसान हुआ है। इस वर्ष भी कुर्हा व आसपास के किसान अतिवृष्टि से ग्रस्त है। किसानों द्वारा खेतों में काटकर रखी गई फसल अचानक हुई बारिश की भेंट चढ़ गई है। जिससे किसानों के माथे पर चिता की लकीरें दिखाई दे रही है। 16 व 17 अक्टूबर को हुई बारिश ने कुर्हा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फसलों को चोट पहंुचाई है। किसानों द्वारा नुकसान भरपाई की मांग की जाने लगी है।

किसानों की फसलों का भारी तादाद में नुकसान

धारणी में पिछले कुछ दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। धारणी तहसील में शनिवार की रात से जोरदार बारिश शुरू है। जिसके कारण फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। इस वर्ष अतिवृष्टि के कारण पहले ही फसलों का भारी नुकसान हुआ। वहीं अब फसल कटाई के समय तेज बारिश ने पुर्नदस्तक देने से किसानों में चिंता व्यक्त की जा रही है।  सोयाबीन, ज्वार, मक्का की फसलों की कटाई की तैयारी किसान कर रहे थे। लेकिन ऐन वक्त पर तेज बारिश ने दस्तक दी। तहसील में कई जगह पर सोयाबीन की फसल खेत में काटकर रखी गई थी। वहीं रविवार रात से हो रही तेज बारिश से पूरी फसल पानी मे भीग गयी है। जिसकी वजह से सोयाबीन के बीज से अंकुर निकलने लगे है। अतिवृष्टि के वजह से पहले ही किसान परेशान है और अब आफत की बारिश से किसान और भी हो गए है। सरकार ने नुकसानग्रस्त  किसानों को मुआवजा देने की मांग की जा रही है।

नांदगांव खंडेश्वर मंे भी किसानों की बढ़ी मुश्किलें

नांदगांव खंडेश्वर अगस्त से लेकर अब तक हुई बारिश के अधिकतर हिस्से मंे किसानों को नुकसान ही पहंुचाया है। लेकिन जैसे तैसे किसान अपनी बची हुई फसल को निकालने में जुटे हुए थे। किंतु एक बार फिर शनिवार व रविवार को हुई अतिवृष्टि से किसानों का संकट बढ़ा दिया है। 
 


 

Created On :   18 Oct 2021 5:51 PM IST

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