Amravati News: अमरावती के वलगांव की पेढ़ी नदी में बाढ़, खेत डूबे, चिंता में घिरे किसान

अमरावती के वलगांव की पेढ़ी नदी में बाढ़, खेत डूबे, चिंता में घिरे किसान
  • कई मकान जलमग्न, जनजीवन अस्त-व्यस्त
  • 20 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना

Amravati News टाकरखेड़ा शंभू. पिछले दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण वलगांव क्षेत्र की पेढ़ी नदी उफान पर आ गई है। नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने से किनारे के खेत पानी में डूब गए हैं। लगातार हो रही बरसात से नदी का प्रवाह तेजी से बह रहा है, जिससे ग्रामीणों में चिंता है। फसलों को नुकसान की आशंका है। वहीं अमरावती और मोर्शी में भी तीन घंटे बारिश हुई।

जिले में ऑरेंज अलर्ट : भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा तथा मौसम विभाग ने अमरावती जिले के लिए तेज मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिले में 18 अगस्त की रात से 20 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना जताई गई है। जिससे नदी-नालों के किनारे बसे गावों में आपदा प्रबंधन दलों को किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के आदेश जारी किये गए है। नागरिक व किसानों से भी सजग रहने का आह्वान जिला प्रशासन ने किया है।

मौसम विभाग की चेतावनी पर स्थानीय मौसम तज्ञ डॉ. अनिल बंड ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में विदर्भ के ऊपर बना निम्न दाब क्षेत्र अब गुजरात पहुंचा है। उत्तर-पूर्वी अरब सागर सहित आंध्र-उड़ीसा तट पर 9.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती हवाएं चल रही हैं। जिसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और इसकी तीव्रता बढ़ने की संभावना है। 19 अगस्त की दोपहर को यह एक अवदाब के रूप में आंध्र-उड़ीसा तट को पार कर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ सकता है। दौरान अगले तीन दिनों तक विदर्भ में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

कालगव्हाण में तीन घंटे मूसलाधार, गांव जलमग्न, सड़कें बनीं तालाब :अंजनगांव सुर्जी तहसील के कालगव्हाण में सोमवार सुबह तीन घंटे की मूसलाधार बारिश ने पूरे गांव को अस्त-व्यस्त कर दिया। सुबह छह बजे से शुरू हुई तेज बारिश लगातार नौ बजे तक जारी रही, जिससे गांव के हर कोने में पानी भर गया और सड़कों ने तालाबों का रूप धारण कर लिया। लगातार तेज धाराओं के कारण घरों और ओटलों तक पानी चढ़ गया। जिला परिषद शाला परिसर तो मानो तालाब में बदल गया।

खेतों में भी पानी रुक जाने से कई एकड़ फसलें जलमग्न हो गईं। किसानों का कहना है कि यदि बारिश का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो काफी नुकसान हो सकता है। गांव की मुख्य गलियों और रास्तों पर पानी भर जाने से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई ग्रामीणों को कमर तक पानी पार कर अपने काम पर जाना पड़ा। बच्चों और बुजुर्गों को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। हालांकि सौभाग्य से अब तक किसी तरह की जनहानि या बड़े नुकसान की खबर नहीं है, परंतु ग्रामीणों में आशंका व्यक्त की जा रही है कि यदि अगले कुछ दिनों तक इसी तरह बारिश जारी रही तो स्थिति और भयावह हो सकती है।


Created On :   19 Aug 2025 3:13 PM IST

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