PMआवास योजना में करोड़ों का फर्जीवाड़ा - अपात्रों को दिया लाभ, आदिवासियों से मांग रहे रिश्वत

Crores of fraud in PM housing scheme, tribals are asked for bribe
PMआवास योजना में करोड़ों का फर्जीवाड़ा - अपात्रों को दिया लाभ, आदिवासियों से मांग रहे रिश्वत
PMआवास योजना में करोड़ों का फर्जीवाड़ा - अपात्रों को दिया लाभ, आदिवासियों से मांग रहे रिश्वत

डिजिटल डेस्क, शहडोल। नगर पंचायत चंदिया में PM आवास निर्माण में खुल के भ्रष्टाचार किया गया है। नपा कर्मचारियों ने जहां अपात्रों को पात्र बना दिया, वहीं पात्र आदिवासियों को योजना का लाभ दिलाने के लिए पांच-पांच हजार की रिश्वत मांगी गई। मामले में नपं CMO सहित तीन कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। तीनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उमरिया कलेक्टर ने कमिश्नर शहडोल से अनुशंसा की है। कमिश्नर जेके जैन ने तीनों को नोटिस जारी किया है।

संयुक्त कमिश्नर (विकास) जेके जैन ने कलेक्टर उमरिया माल सिंह ने शिकायत मिलने के बाद अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित की थी। जांच कमेटी ने पाया कि आवास योजना के संबंध में शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया गया है। योजना के लाभ दिलाने के लिए वार्ड क्रमांक 1 से 15 तक पात्र बनाए गए कुल हितग्राहियों की सूची में से सात अपात्र हितग्राही पाए गए। इन सातों हितग्राहियों के पास पहले से ही पक्के मकान बने हुए हैं। इन्हें योजना का अनुचित लाभ दिया गया।

इसी तरह कलेक्टर के पास वार्ड 14 एवं 15 के आदिवासियों ने शिकायत की थी कि हितग्राहियों के सर्वेक्षण कार्य में तैनात स्वच्छता निरीक्षक द्वारा उनका नाम पात्रता सूची में शामिल करने के लिए पांच-पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई। कलेक्टर ने CMO नपा चंदिया रीना सिंह, उपयंत्री विक्रम बागरी और स्वच्छता निरीक्षक जानकीदास मिश्रा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए कमिश्नर से अनुशंसा की है। कमिश्नर ने तीनों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।

इन अपात्रों को दिया योजना का लाभ
1. गौरीशंकर राव, निवासी  वार्ड 3 : इनके पास पहले से ही पक्का मकान है, जिसमें वे निवासरत हैं
2. मुन्ना साहू, निवासी वार्ड 4 : इनके पास भी पक्का मकान मिला, ये लोग उसी में रहते हैं
3. आरिफ बेग, निवासी वार्ड 4 : इनके पास भी पहले से ही पक्का मकान था, इसके अलावा ट्रैक्टर, तीन दुकानें और टेंट का व्यवसाय भी पाया गया
4. शेख आजाद, निवासी वार्ड 4 : पहले से ही पक्का मकान है, इनके पास भी ट्रैक्टर, तीन दुकानें और टेंट का व्यवसाय भी पाया गया
5. विमला बाई साहू, निवासी वार्ड 4 : पहले से पक्का मकान है, जिसमें वे निवासरत हैं।
6. मुकीम खान, निवासी वार्ड 15 : पहले से ही पक्का मकान है, जिसमें वे  रह रहे हैं
7. इस्ताक खान, निवासी वार्ड 15 : पहले से ही पक्का मकान है, जिसमें वे निवासरत हैं।

पात्र आदिवासियों से मांगी रिश्वत
24 मई को उमरिया कलेक्टर के पास चंदिया के वार्ड 14 एवं 15 के आदिवासियों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि सर्वेक्षण कार्य के दौरान स्वच्छता निरीक्षक जानकीदास मिश्रा द्वारा पांच-पांच हजार रिश्वत की मांग की जा रही है। कलेक्टर द्वारा गठित जांच दल ने इसकी भी जांच की और आरोप सही पाए गए। शिकायतकर्ता अच्छे लाल कोल, संतोष कोल, बसोहरीलाल कोल, कन्छेदी कोल, तेजबली कोल, रामप्रसाद कोल, किशोरी कोल, रामाधार कोल,  सुनील कोल, मोलइया कोल, सियादीन कोल, हेतरात कोल, रामप्रसाद कोल, सुखी लाल कोल, शंभू कोल एवं बेड़ीलाल कोल के शपर्थपूर्वक बयान जांच कमेटी ने दर्ज किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि 22 मई और 23 मई को PM आवास योजना के सर्वेक्षण के दौरान जानकारी दास मिश्रा द्वारा उन्हें पात्र करने के लिए पांच-पांच हजार रुपए की मांग की गई। उन्होंने यह भी बताया कि एसईसीसी डाटा में उनका नाम दर्ज है। इसके बावजूद मिश्रा उनसे पैसों की मांग कर रहा था।

 

Created On :   4 Jun 2018 2:07 PM GMT

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