केस 2
नौवीं कक्षा के छात्र ने पहले जाना बंद कर दिया और स्कूल से शिकायत आने पर स्कूल में मारपीट और तोड़फोड़ की। इसके बाद में घर में चीजें फेकना शुरू कर दिया। उसने अपनी मां को धमकी दी अगर उसकी बात नहीं सुनी गई तो वह या खुद को किसी और को नुकसान पहुंचा देगा। नागपुर में बड़ी संख्या में बच्चे व किशोर पबजी समेत खतरनाक और हिंसक ऑनलाइन खेलों की गिरफ्त में हैं। मनोचिकित्सक प्रो राकेश क्रिपलानी के अनुसार पिछले छह माह में उनके पास इन गेम्स के लत की हद में पहुंच जाने 30 से 35 मामले आए इनमें आधे पबजी के थे। उन्होंने बताया कि गेम के कारण बच्चों में अत्यधिक आक्रामक व्यवहार, नियंत्रण के बाहर हो जाने, पढ़ाई में पिछड़ने, स्कूल नहीं जाने जैसी शिकायतें हैं। यहां तक कि साइबर साइकॉलजी पर स्कूलों में वर्कशॉप लेने के दौरान 50 फीसदी बच्चों ने इस तरह के गेम्स खेलने की बात स्वीकार की है इनमें 2 फीसदी लड़कियां भी शामिल हैं। सितंबर में पबजी खेलने की आदत से ग्रस्त एक लड़की के आत्महत्या कर ली थी।