- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- अब अलग-अलग दिन होगी देशमुख-वाझे की...
अब अलग-अलग दिन होगी देशमुख-वाझे की पेशी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह व बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे की मुलाकात से पैदा हुए विवाद के बीच के.यू.चांदीवाल कमेटी ने अब राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख व वाझे को अलग-अलग तारीख को बुलाया है। कमेटी ने वाझे को आठ दिसंबर को कमेटी के सामने पेश करने को कहा है जबकि पूर्व गृहमंत्री देशमुख को 9 दिसंबर को बुलाया गया है। राज्य सरकार ने पूर्व मंत्री देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए पूर्व न्यायमूर्ति चांदीवाल की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है। इससे पहले कमेटी के सामने देशमुख की वकील अनिता कैस्टिलिनो ने वाझे से जिरह की। अधिवक्ता कैस्टलिनो के एक सवाल के जवाब में वाझे ने कहा कि मैं काम के अलावा कभी पूर्व गृहमंत्री देशमुख से नहीं मिला। वाझे ने कहा कि मुझे यह याद नहीं है कि मैंने कभी पूर्व मंत्री देशमुख से अनाधिकारिक रुप से मुलाकात की हो। मैं हमेशा पूर्व मंत्री देशमुख से आधिकारिक तौर परही मिला हूं। वाझे ने मंगलवार को आयोग के सामने दावा किया था कि जब वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में था तो उस समय उसने दवाब के चलते कई दस्तावेजों में हस्ताक्षर किए थे। एनआईए की हिरासत में बीता समय उसके जीवन का सबसे पीड़ादायी वक्त था। गौरतलब है कि सोमवार को कमेटी परिसर में पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह व वाझे की एक कमरे में एक घंटे तक मुलाकात होने की बात सामने आयी थी। जबकि मंगलवार को कमेटी परिसर में वाझे व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुलाकात होने की खबर आयी। इसको लेकर काफी सवाल खडे किए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि आगे इस प्रकार की स्थिति से बचने के लिए कमेटी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता देशमुख व वाझे को अलग-अलग दिन बुलाया है। देशमुख को मनी लांड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया हैऔर वे आर्थर रोड जेल में हैं। जबकि वाझे को एंटिलिया मामले में एनआईए ने गिरफ्तार किया है और वाझे को नई मुंबई की तलोजा जेल में न्यायिक हिरासत में रखा गया है।
वाझे को चांदीवाल कमेटी के सामने ले जानेवाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरु
नई मुंबई पुलिस ने बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को चांदीवाल कमेटी के सामने पेशी के लिए ले जाने वाले पुलिस अधिकारी और तीन पुलिस हवलदारों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। दरअसल पेशी के दौरान वाझे ने वहां पहुंचे मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के साथ एक केबिन में अलग से करीब एक घंटे बातचीत की थी। तलोजा जेल में बंद वाझे को चार पुलिस वालों की टीम लेकर चांदीवाल आयोग के दफ्तर में पहुंची थी। मुंबई पुलिस ने शुरूआती छानबीन में पाया कि इस तरह दोनों को मुलाकात की इजाजत देना नियमों के खिलाफ था और इसके लिए वाझे को लाने वाले पुलिसकर्मी जिम्मेदार है। मुंबई पुलिस ने नई मुंबई के पुलिस आयुक्त बिपिन कुमार सिंह को अपनी रिपोर्ट भेजी है जिसके आधार पर बिपिन कुमार सिंह ने पुलिस उपायुक्त अभिजीत शिवतारे के मार्गदर्शन में एसीपी स्तर के अधिकारी को मामले की छानबीन की जिम्मेदारी सौंपी है। प्राथमिक जांच रिपोर्ट करीब एक महीने में आएगी जिसके बाद दोषी पाए जाने पर पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। बता दें कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की वकील ने दोनों की मुलाकात पर आपत्ति जताई थी। विवाद के बाद गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
Created On :   1 Dec 2021 8:52 PM IST