श्रद्धा हत्याकांड की जांच करने पालघर पहुंची दिल्ली पुलिस, नशे का आदी था आफताब

Delhi Police reached Palghar to investigate Shraddha murder, Aftab was a drug addict
श्रद्धा हत्याकांड की जांच करने पालघर पहुंची दिल्ली पुलिस, नशे का आदी था आफताब
पड़ताल श्रद्धा हत्याकांड की जांच करने पालघर पहुंची दिल्ली पुलिस, नशे का आदी था आफताब

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दिल्ली के चर्चित श्रद्धा वालकर हत्या मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की टीम पालघर में पहुंची है। दिल्ली पुलिस की टीम ने श्रद्धा की गुमशुदगी की जांच करने वाली माणिकपुर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से बातचीत की है और जांच में उनका सहयोग मांगा है। दिल्ली पुलिस की टीम आफताब और श्रद्धा के दोस्तों, रिश्तेदारोंके बयान दर्ज करेगी। फिलहाल दिल्ली पुलिस माणिकपुर पुलिस की मदद से आफताब और श्रद्धा के दोस्तों और परिवार वालों की सूची तैयार कर रही है। 15 दिन पहले ही वसई स्थित अपना 20 साल पुराना घर छोड़ने वाले आफताब के परिवार के बारे में भी पुलिस जानकारी इकठ्ठा कर रही है जिससे उनसे भी पूछताछ की जा सके। बता दें कि परिवार वालों के विरोध के बावजूद दिल्ली जाने से पहले आफताब और श्रद्धा करीब दो साल तक वसई इलाके में लिव इन रिलेशन में रहे थे। 

पहले भी करता था मारपीट

श्रद्धा की मौत के बाद अब उसके दोस्त खुलासा कर रहे हैं कि आफताब लगातर उससे मारपीट करता था। श्रद्धा के एक दोस्त को नवंबर 2020 में भेजा गया ह्वाट्सएप चैट सामने आया है जिसमें उसने लिखा है कि आफताब ने उसे इतना मारा है कि वह बेड से उठ नहीं सकती। इसके अलावा श्रद्धा की एक तस्वीर भी सामने आई है जिसमें उसके चेहरे पर चोट के निशान दिख रहे हैं। साल 2020 के दिसंबर महीने में श्रद्धा को इलाज के लिए नालासोपारा के ओजोन अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। उसने डॉक्टरों से पीठ, कंधे में दर्द की शिकायत की थी। श्रद्धा का इलाज करने वाले डॉक्टर शिवप्रसाद शिंदे के मुताबिक उसे 3 दिसंबर 2020 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसका चार दिन तक इलाज चला था। उसके शरीर पर चोट के निशान थे लेकिन उसने इसकी वजह का खुलासा नहीं किया था। आफताब ही उसे अस्पताल में दाखिल कराने पहुंचा था। 

आफताब के लिए नींद की गोलियां चाहती थी श्रद्धा

आफताब नशे का भी आदी था और उसके हिंसक बर्ताव, गुस्से पर काबू करने और अपने अवसाद (डिप्रेशन) को लेकर श्रद्धा ने डॉक्टर प्रणव काबरा से फोन पर बातचीत की थी। काबरा मालाड के रक्षा अस्पताल में कार्यरत हैं और यह अस्पताल उस जगह से कुछ ही दूरी पर है जहां वह कॉल सेंटर था जहां श्रद्धा काम करती थी। डॉ काबरा ने बताया कि हत्याकांड सामने आने के बाद उन्हें याद आया कि श्रद्धा ने फरवरी 2021 के अंतिम सप्ताह में मेरे साथ बातचीत की थी। एक सामाजिक कार्यकर्ता के जरिए श्रद्धा ने संपर्क किया था। श्रद्धा ने बताया था कि परिवार में आर्थिक और मानसिक परेशानियां चल रहीं हैं इसलिए उसे अपने पार्टनर के लिए नींद की दवा की जरूरत है। डॉ काबरा ने कहा कि कोविड के समय यह परेशानी बेहद आम थी। श्रद्धा ने बताया था कि उसका पार्टनर बेहद गुस्सैल और आक्रामक है। श्रद्धा की बातों से मुझे लग रहा था कि आफताब को नशे की लत है। मैंने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल आने को कहा लेकिन वह नहीं आई। अगर वह आ जाती तो मनोचिकित्सक की मदद से आफताब का इलाज किया जा सकता था और शायद यह वारदात न होती।   

 

Created On :   18 Nov 2022 9:43 PM IST

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