- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- पूछा - दरेकर साहब को गुस्सा क्यों...
पूछा - दरेकर साहब को गुस्सा क्यों आता है, उपसभापति और दरेकर के बीच हुई नोक-झोक
डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुंबई बैंक में मजदूर सीट से चुनाव लड़ने को लेकर मामला दर्ज होने के बाद से आक्रामक नजर आ रहे विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर पर गुरुवार को कटाक्ष किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दरेकर साहब को गुस्सा क्यों आता है? उन्होंने कहा कि दरेकर 22 मार्च के भाषण के दौरान सदन में काफी गुस्से में नजर आ रहे थे। मैंने सदन में विपक्ष के नेता के रूप में नितीन गडकरी और विनोद तावडे का कामकाज देखा है। लेकिन आपका रंग रूप देखकर मेरे मन में सवाल उठा कि दरेकर साहब को गुस्सा क्यों आता है? लेकिन इसका कुछ कारण हो सकता है। इसकी खास जानकारी आपको ही है।
सदन में प्रादेशिक असंतुलन समेत विभिन्न मुद्दों पर नियम 260 के तहत हुई चर्चा के जवाब के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सातारा के जरंडेश्वर चीनी कारखाना की नीलामी अदालत के आदेश के अनुसार हुई है। लेकिन चीनी कारखाने में करोड़ों का भ्रष्टाचार का दावा किया जाता है। भ्रष्टाचार का आंकड़ा इतना बड़ा बताया जाता है कि कोई भी व्यक्ति सुनकर बेहोश हो जाएगा। इस पर विपक्ष के नेता दरेकर ने कहा कि मुंबई बैंक पर 2 हजार करोड़ रुपए का घोटाले का आरोप है। जिसके जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वाभाविक है कि हम पर आरोप लगाया जाएगा तो थोड़ा बहुत आप पर भी आएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मराठवाड़ा और विदर्भ की परियोजनाओं के लिए निधि कम नहीं पड़ने दी जाएगी। इस बीच उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गन्ना की पेराई पूरी होने तक मई तक चीनी कारखानों को शुरू रखा जाएगा। सरकार गन्ना उत्पादक किसानों का नुकसान नहीं होने देगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि पंपों का बिजली कनेक्शन रबी फसल सीजन खत्म होने तक नहीं काटा जाएगा। लेकिन रबी फसल खत्म होने के बाद किसानों को कृषि पंपों का बकाया चालू बिजली बिल भरना पड़ेगा।
विदर्भ में मोबाइल टावर का विद्युत शुल्क माफ करने की होगी जांच
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विदर्भ और मराठवाड़ा में मोबाइल टावर का विद्युत शुल्क माफ करने के फैसले की सच्चाई जानने के लिए जांच की जाएगी। सदन में भाजपा सदस्य चंद्रशेखर बावनकुले ने विदर्भ और मराठवाड़ा में मोबाइल टावर कंपनियों का 2 हजार करोड़ रुपए का विद्युत शुल्क माफ करने का आरोप लगाया था। बावनकुले ने कहा था कि जालना में एसआरजे पीटी स्टील कंपनी को 28 करोड़ रुपए की सब्सिडी उपलब्ध कराई गई है। इस पर उपमुख्यमंत्री ने बावनकुले से कहा कि आप मुझे जानकारी उपलब्ध करा दें। मैं इस बारे में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत से चर्चा करूंगा। यदि इसमें कोई तथ्य पाया गया तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों बिजली कंपनियों की खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए इस तरह का फैसला लेने का कोई कारण नहीं है। लेकिन मैं गहराई में जाकर पता लगाऊंगा कि यह फैसला कैसे लिया गया है।
उत्तर महाराष्ट्र विकास मंडल के लिए सरकार सकारात्मक
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर महाराष्ट्र और कोंकण के लिए स्वतंत्र वैधानिक विकास मंडल बनाने को लेकर राज्य सरकार सकारात्मक है। लेकिन विकास मंडल गठित करने का अधिकार संसद को है। यदि संसद ने दोनों अंचल के लिए अलग से वैधानिक विकास मंडल बनाने के लिए मंजूरी दिया तो राज्य सरकार इस बारे में फैसला ले लेगी। इस बीच उपमुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल विदर्भ वैधानिक विकास मंडल की अवधि खत्म हो गई है।
मुख्यमंत्री का फैसला पचाने में मुश्किल हुई
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के किसी भी सहकारी चीनी कारखाना को बैंक गारंटी नहीं देने का फैसला लिया है। हम लोगों को मुख्यमंत्री का यह फैसला पचाने में थोड़ी मुश्किल हुई। लेकिन हमने यह फैसला स्वीकार कर लिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महाविकास आघाडी सरकार बनने के बाद पांच सहकारी चीनी कारखानों को बैंक गारंटी दी गई थी। लेकिन अब चीनी कारखाना मालिकों को सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी कारखानों को शेयर पूंजी न देने का फैसला पूर्व की विलासराव देशमुख सरकार ने लिया था।
कोई भी किराए पर चलाने के लिए ले सकता है 11 चीनी कारखाना
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 11 चीनी कारखानों को किराए पर चलाने के लिए देना है। इसलिए कोई भी व्यक्ति 25 साल के करार पर कारखाना चलाने के लिए ले सकता है। उपमुख्यमंत्री ने मजाक में कहा कि सदन में मौजूद भाजपा सदस्य प्रसाद लाड और रासपा के सदस्य महादेव जानकर चाहेंगे तो उन्हें भी चीनी कारखाना मिल सकता है।
विप उपसभापति और विपक्ष के नेता दरेकर के बीच हो गई नोक-झोक
विधान परिषद में उपसभापति नीलम गोर्हे और विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर के बीच गुरुवार को सदन में नोकझोंक देखने को मिली। दरअसल सदन में दरेकर बोल रहे थे तभी उपसभापति ने पूछा कि आप और कितना समय बोलेंगे। इससे नाराज दरेकर ने उपसभापति पर कुछ टिप्पणी की। इससे आहत उपसभापति ने कहा कि सदन में जो हुआ उससे मैं काफी व्यथित हूं। इसलिए मैंने सदन में सभापति रामराजे निंबालकर को बुलाया है। उपसभापति ने कहा कि हम पर आरोप लगाया जा रहा है। इसलिए मैं दरेकर को अब बोलने से नहीं रोकूंगी। इसके बाद दरेकर ने कहा कि उपसभापति आप व्यथित हैं, तो मैं भी व्यथित हूं। सदन व्यथित भावना से नहीं चलना चाहिए। इसके बाद सदन में शक्ति विधेयक को मजबूती देने वाला विशेष न्यायालय विधेयक सर्वसम्मति से मंजूर हुआ। इस दौरान उपसभापति ने कहा कि यह अच्छी बात है कि महिलाओं से संबंधित विधेयक सर्वसम्मति से मंजूर हो रहा है। अब मेरी व्यथा थोड़ी कम हो गई है। उपसभापति की यह बात सुनकर सदन में सदस्यों ने ठहाका लगाया।
Created On :   24 March 2022 8:34 PM IST