पदोन्नती में आरक्षण को लेकर आघाडी सरकार में मतभेद, अजित पवार और नितीन राऊत के अलग-अलग स्वर

Difference in Aghadi government regarding reservation in promotion
पदोन्नती में आरक्षण को लेकर आघाडी सरकार में मतभेद, अजित पवार और नितीन राऊत के अलग-अलग स्वर
पदोन्नती में आरक्षण को लेकर आघाडी सरकार में मतभेद, अजित पवार और नितीन राऊत के अलग-अलग स्वर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में पिछड़े वर्ग के सरकारी कर्मचारियों के पदोन्नति के आरक्षण को रद्द करने को लेकर महाविकास आघाड़ी सरकार का मतभेद उजागर हो गया है। शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार राज्य के पिछड़े वर्ग के सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के पदोन्नति में आरक्षण रद्द करने के 7 मई के शासनादेशपर अस्थायी रूप से रोक लगाए जानेके बारे में अनभिज्ञ नजर आए।

इससे पहले 19 मई को उपमुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद राज्य के ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत ने कहा था कि पदोन्नति के आरक्षण रद्द करने के शासनादेश पर अस्थायी रोक लगाई जाएगी।पुणे में पत्रकारों से बातचीत में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण रद्द करने के शासनादेश पर अस्थायी रोक लगाने के फैसले के बारे में मुझे मालूम नहीं है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पता नहीं कि राऊत को यह जानकारी कहां से मिली। राऊत ने बोल दिया तो उस बारे में मैं ज्यादा क्या बोलूं?

यह कहे जाने पर कि राऊत ने मीडिया से बातचीत में इस बारे में बताया है। उपमुख्यमंत्री भड़क गए। उन्होंने ऊंची आवाज में कहा कि मैं कह रहा हूं ना कि मुझे मालूम नहीं है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में अदालत के आदेश का पालन करना पड़ता है। पदोन्नति के आरक्षण के बारे में सुप्रीम कोर्ट ने अंतिम फैसला नहीं दिया है। सुप्रीम कोर्ट के अंतिम फैसले के बाद राज्य सरकार उचित कार्यवाही करेगी।  

Created On :   21 May 2021 9:26 PM IST

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