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आघाड़ी में मतभेद, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- लॉकडाउन किसी को पसंद नहीं, लेकिन अंतिम विकल्प यही है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण प्रदेश सरकार की तरफ से दोबारा लॉकडाउन लगाने की तैयारी के बीच महाविकास आघाड़ी के घटक दलों में मतभेद सामने आए हैं। राकांपा के मंत्रियों की लॉकडाउन लगाने को लेकर अलग-अलग राय सामने आई है। हालांकि प्रदेश राकांपा अध्यक्ष तथा राज्य के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने कहा है कि लॉकडाउन पर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। जबकि कांग्रेस के कई नेताओं ने भी लॉकडाउन लगाने का विरोध किया है। दूसरी ओर विपक्षी दल भाजपा ने लॉकडाउन लगाने के लिए कड़ा विरोध जताया है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि लॉकडाउन लगाने की किसी की इच्छा नहीं है लेकिन कोरोना की परिस्थिति को नियंत्रण के लिए लॉकडाउन ही अंतिम विकल्प है। मंगलवार को टोपे ने कहा कि राज्य के कुछ मंत्री जरूर कह रहे हैं कि लॉकडाउन नहीं लगाना चाहिए। मंत्रियों को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है पर सरकार सोच विचार करके अंतिम फैसला करेगी। टोपे ने कहा कि पिछले साल की तरह एकदम सख्त लॉकडाउन नहीं किया जाएगा।
राकांपा के नेता तथा प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि लॉकडाउन लगाना सरकार और जनता के हित में नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि लोग कोरोना के नियमों का पालन करें। मलिक के बयान पर राकांपा प्रदेश अध्यक्ष पाटील ने दावा किया कि लॉकडाउन लगाने के लिए राकांपा का विरोध नहीं है। उन्होंने कहा कि मलिक ने किसी सवाल के जवाब में अपनी भूमिका व्यक्त की होगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील की ओर से लॉकडाउन लगाने पर आंदोलन की चेतावनी को लेकर पाटील ने कहा कि उनका बयान गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले साल की तुलना में काफी तेज गति से कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। सरकार को इस बात का अंदाजा है कि लॉकडाउन के कारण जनता का कितना नुकसान होता है। सरकार बीच का रास्ता निकालेगी। पाटील ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तीनों दलों को विश्वास में लेकर फैसला करेंगे। इसलिए पाटील सत्ताधारी तीनों दलों में झगड़ा लगाने का प्रयास न करे।
प्रदेश के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहा कि हम लोग लॉकडाउन लगाने के विचार में नहीं है, लेकिन एक मर्यादा के बाद कुछ ठोस फैसला करना पड़ेगा। थोरात ने कहा कि कोरोना के मरीज बड़ी संख्या में मिलते रहे तो अप्रैल महीने में राज्य में क्या परिस्थिति होगी। इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। जबकि मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरूपम ने कहा कि सरकार दोबारा लॉकडाउन लगाकर जनता को मुश्किल में न डाले। सरकार को कोरोना के नियंत्रण के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू करना चाहिए।
Created On :   30 March 2021 8:25 PM IST