छेड़छाड़ मामले के आरोपी डीआईजी मोरे निलंबित, पनवेल कोर्ट से भी नहीं मिली राहत 

DIG More accused of molestation case suspended, no relief from Panvel court
छेड़छाड़ मामले के आरोपी डीआईजी मोरे निलंबित, पनवेल कोर्ट से भी नहीं मिली राहत 
छेड़छाड़ मामले के आरोपी डीआईजी मोरे निलंबित, पनवेल कोर्ट से भी नहीं मिली राहत 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोपी डीआईजी निशिकांत मोरे पर आखिरकार गाज गिर गई है। गृहविभाग ने मोरे को निलंबित कर दिया गया है। दूसरी ओर पीड़िता के परिवार को धमकाने के मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी ड्राइवर दिनकर सालवे को मुख्यमंत्री की सेवा से बाहर कर दिया गया है। मोरे ने पनवेल कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की थी लेकिन यहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली और अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी। बता दें कि एक 17 साल की लड़की ने जन्मदिन की पार्टी के दौरान छेड़छाड़ का आरोप लगाया था जिसके बाद मोरे के खिलाफ आईपीसी और पाक्सो कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। 

बता दें कि मोरे के खिलाफ धीमी कार्रवाई से नाराज लड़की तीन दिन पहले अपने घर पर सुसाइड नोट लिखकर लापता हो गई है। पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर उसकी भी तलाश कर रही है। इसके चलते पुलिस पर दबाव था। पीड़ित लड़की का परिवार पहले से आरोप लगा रहा है कि पुलिस आरोपी मोरे को बचाने की कोशिश कर रही है। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि पुलिस महानिदेशक की रिपोर्ट के बाद गुरुवार को गृह विभाग ने मोरे को निलंबित कर दिया। 

सीएम के ड्राईवर के खिलाफ कार्रवाई

वहीं उद्धव ठाकरे के ड्राइवर सालवे पर परिवार ने आरोप लगाया था कि अदालत में सुनवाई के दौरान सालवे ने उन्हें धमकाया। सीसीटीवी तस्वीरों में सालवे पीड़िता के परिवार के पास खड़ा नजर आया था। लड़की के परिवार ने बताया कि सालवे ने उनसे धमकाते हुए कहा कि शांत रहने का मैं उद्धव ठाकरे का ड्राइवर हूं। इसके बाद सालवे को मुख्यमंत्री के चालक के काम से हटा दिया गया है। नई मुंबई के खारघर में रहने वाला मोरे पुणे में मोटर ट्रांसपोर्ट विभाग में तैनात था। 

Created On :   9 Jan 2020 10:52 PM IST

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