किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर राजनीति न करें- रविकांत तुपकर
डिजिटल डेस्क, चिखली. किसानों को फंसानेवाले गाडे भाइयों के खिलाफ हमने सहायक उपनिबंधक, जिलाधिकारी, जिला पुलीस अधीक्षक तथा बाजार समिती कि ओर शिकायत की। उक्त व्यवसायी के खिलाफ कारवाई कर उन्हे गिरप्त मे ले तथा उनकी प्रॉपट्री जब्त कर किसानों को उनके रूपये लौटाए एैसी हमारी माँग है। किंतु इस मामले मे सत्तादल के जनप्रतिनिधी व पदाधिकारी किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर राजनिती कर रहे है। किसानों कि सहायता करने के बजाय रविकांत तुपकर को टार्गेट कर, तूपकर कि प्रतिमा मैली करने का उनका षडयंत्र है। किसानों मे हमारी बढती लोकप्रियता तथा आनेवाले चुनाव ध्यान मे रखकर बिनावजह गलत आरोप कर उसपर राजनिती करने कि राजनिती करने का उनका षडयंत्र है। एैसा आरोप किसान नेता रविकांत तुपकर ने स्थानिय रेस्टहाउस मे १७ अप्रैल को आयोजित पत्रकार परिषद मे किया। उन्होने बताया कि, अशोक सावजी यह ज्येष्ठ विधीज्ञ है, उनके कार्यालय मे कई लोग काम करते है। उनमे मेरी पत्नी एड. शर्वरी तुपकर भी है। संबंधित व्यवसायी के ससुर कुछ वर्षपूर्व एड.सावजी के ऑफिस मे क्लर्क थे। इसी रिश्ते से वह ऑफिस मे आए थे किंतु यह मामला किसानों के विरोध मे होने का ध्यान मे आते ही उन्हे उक्त केस ना लेने कि बिनती की। अब, यह केसे दुसरे विधीज्ञ लड रहे है, किंतु बिनावजह इस केस मे हमारा नाम लिया जा रहा है। शिवसेना-शिंदे गुट के गजानन मोरे को हमपर आरोप करने का नैतिक अधिकार नही है। पत्रकार परिषद मे हमपर आरोप करनेवाले गजानन मोरे ने उनकी संस्था मे फर्जी विद्यार्थी दिखाकर ६५ लाख रूपये कि छात्रवृत्ती मे घपला किया था। इस मामले मे शासन ने कारवाई कर उक्त राशी वसूल की है। २०११ मे गजानन समेत संस्था के संचालकों के खिलाफ अपराध दर्ज किए गए है। मोरे ने चिखली तहसील के ग्राम दिवठाणा के ग्रापं के दो रूम व दो एकड भूमि छीनने का प्रयास किया। उससमय एड.शर्वरी तुपकर ने उनके खिलाफ केस लडकर उन्हे न्याय दिलवाया था। इसी वजह से मोरे गलत आरोप कर रहे है। एैसा भी तुपकर ने पत्रकार परिषद मे बताया।
Created On :   19 April 2023 5:17 PM IST