ड्रग माफिया ने सरकारी भूमि पर बना रखा था मकान, प्रशासन ने किया जमीदोज

Drug mafia had built a house on government land, administration did the ground
ड्रग माफिया ने सरकारी भूमि पर बना रखा था मकान, प्रशासन ने किया जमीदोज
ड्रग माफिया ने सरकारी भूमि पर बना रखा था मकान, प्रशासन ने किया जमीदोज


डिजिटल डेस्क शहडोल। माफियाओं के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत शनिवार को जिले के सबसे बड़े ड्रग माफिया असद अली के खिलाफ पुलिस-प्रशासन की टीम ने कार्रवाई की है। असद अली काफी समय से जिले में नशीली दवाइयों, सीरप और गांजे के कारोबार में संलिप्त है। करीब छह माह पहले 22 किलो गांजा और काफी मात्रा में कोरेक्स की सीरप के साथ उसको पकड़ा गया था। तब से वह और उसकी पत्नी जेल में बंद हैं।
शनिवार को सुबह करीब साढ़े 11 बजे असद अली के मोदी नगर स्थित घर पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की शुरू की गई और शाम तक पूरा मकान ध्वस्त कर दिया गया। शहडोल नगर में किसी माफिया के खिलाफ इस तरह की पहली बड़ी कार्रवाई है। असद अली ने मकान में कई ब्लॉक बनाकर 20 से अधिक लोगों को किराए पर दिया था। कार्रवाई से दो दिन पहले ही मकान खाली करा लिया गया था। कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने बताया असद अली ने शासकीय भूमि पर कब्जा करके मकान का निर्माण किया था। वहीं घर के पीछे तालाब की मेढ़ पर भी अवैध रूप से कब्जा किया था। पूरा निर्माण तोड़ते हुए जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा लिया गया है। उन्होंने बताया कि आगे भी अभियान जारी रहेगा। सूची में अभी करीब एक दर्जन माफियाओं के नाम हैं। किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा। कार्रवाई के दौरान पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी भी मौजूद रहे।
विभिन्न थानों में 15 मामले दर्ज-
पुलिस अधीक्षक के अनुसार असद अली पिता आसिफ अली के खिलाफ जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 15 प्रकरण दर्ज हैं। कोतवाली थाने में छह प्रकरण, सोहागपुर थाने में आठ प्रकरण और धनपुरी थाने में एक प्रकरण पंजीबद्ध हैं। इनमें 8/20, 21, 22 एनडीपीएस एक्ट, 5/13 मप्र ड्रक कंट्रोल अधिनियम के पांच प्रकरण, 4 क जुआ एक्ट की धाराओं में छह प्रकरण सहित विभिन्न धाराओं में प्ररकण पंजीबद्ध हैं। वह वर्तमान में जिला जेल में निरुद्ध है।
आसपास के लोगों को जारी होगा नोटिस-
असद अली के मकान को तोडऩे के दौरान ही मुख्य सड़क से यहां तक आने के लिए निर्धारित 10 फीट की सड़क को भी अतिक्रमण मुक्त कराया गया। सड़क पर अतिक्रमण की वजह से सड़क की चौड़ाई चार फिट ही रह गई थी। असद अली के बगल मेें स्थित दशरथ देवांगन के बाउंड्रीवाल को तोड़ा गया। वहीं एडीएम अर्पित वर्मा ने सोहागपुर तहसीलदार को निर्देशित किया है कि आसपास के जिन लोगों ने तालाब की भूमि में अतिक्रमण किया है, उनको भी नोटिस जारी किया जाए।
नगर में जारी रहेगा अभियान-
शहडोल नगर में अभी करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी है। इनके खिलाफ भी पुलिस में कई मामले दर्ज हैं। जिला प्रशासन ने इसकी सूची तैयार कर ली है। शनिवार को ही कुछ और मकान भी टूटने थे, लेकिन शाम होने के कारण कार्रवाई बंद कर दी गई। अधिकारियों के अनुसार आगामी दिनों में पूरे दल बल के साथ फिर अभियान चलाया जाएगा। शनिवार को हुई कार्रवाई के दौरान अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य, एसडीएम सोहागपुर धर्मेन्द्र मिश्रा, ईई पीडब्ल्यूडी डीके खरे, डीएसपी पीवी पांडेय, डीएसपी ट्रैफिक अखिलेश तिवारी, तहसीलदार लवकुश प्रसाद शुक्ला, नायब तहसीलदार अभयानंद शर्मा, सीएमओ अमित तिवारी सहित काफी संख्या में पुलिस बल और नगर पालिका का अमला मौजूद था।
ब्यौहारी में भी चला अभियान, वन विहार ढाबे को ध्वस्त-
जिला मुख्यालय के साथ ही शनिवार को ब्यौहारी में भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। यहां करीब 20 वर्षों से हाईवे के किनारे शासकीय भूमि में संचालित वन विहार ढाबे को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। तहसीलदार रोबिन जैन ने बताया कि ढाबा संचालक अरुण विश्वकर्मा का प्रकरण तहसील कोर्ट में चल रहा था। पिछले सप्ताह ही इसका निराकरण किया गया था। इसमें पाया गया था कि ढाबा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करके बनाया गया है। इसके बाद संबंधित को नोटिस जारी किया गया था। शनिवार को करीब 50 डिसमिल में अवैध निर्माण को तोड़ते हुए भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। जमीन की कीमत एक करोड़ से अधिक है। इसके साथ ही ढाबे के सामने किए गए अतिक्रमण को भी हटा दिया गया है।

Created On :   30 Jan 2021 11:39 PM IST

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