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बिना डॉक्टर की पर्ची के बेच रहे थे नशीली दवा- दो गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नींद की गोलियों को नशीले पदार्थं की तरह इस्तेमाल के लिए बेंचने वाले दो आरोपियों को मुंबई पुुलिस की एंटी नार्कोटिक्स सेल (एएनसी) ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से 33 लाख रुपए के टैबलेट बरामद किए गए हैं। नशा करने वालों में बटन के नाम से जानी जाने वाली निट्रावेट-10 टैबलेट आरोपी गोवंडी, मानखुर्द, शिवाजी नगर इलाकों में लोगों को ज्यादा पैसे लेकर बेचते थे। जबकि दवा के लिए डॉक्टर की पर्ची जरूरी है। दवा उन लोगों के लिए है जिन्हें नींद न आने या बेचैनी की शिकायत होती है। निट्रावेट-10 टैबलेट में निट्राजेपम नामक नशीला पदार्थ मिलाया जाता है। जिसके चलते नशा करने वालों में इसकी बड़ी मांग है। लेकिन इसके लगातार और ज्यादा सेवन से दिमाग पर असर पड़ता है। रक्तचार बढ़ जाता है और छोटी-छोटी बातों पर इतना गुस्सा आता है कि व्यक्ति हिंसक हो जाता है। सीनियर इंस्पेक्टर लता सुतार के मार्गदर्शन में घाटकोपर यूनिट के सहायक पुलिस निरीक्षक खंडेराव बोबडे ने गुप्त सूचना के आधार पर जाल बिछाकर शाहरूख शेख और अब्दुल्ला शेख नाम के दो आरोपियों को शिवाजी नगर के बैंगनवाडी इलाके से गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक आरोपी लंबे समय से इलाके में लोगों को नींद की दवाएं नशे के रुप में इस्तेमाल करने के लिए बेच रहे थे। आरोपियों के पास से 66 हजार गोलियां मिलीं हैं जिन्हें वे अवैध रुप से बेंचने के लिए लाए थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी इतनी भारी मात्रा में दवा कहां से लाते थे इसकी छानबीन की जा रही है।
कर्ज से परेशान युवक ने की आत्महत्या
उधर लॉकडाउन में नौकरी जाने के बाद कर्ज लेकर किसी तरह घर चला रहे एक 26 वर्षीय युवक ने कर्ज वापस मांगने वालों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। घटना नई मुंबई के नेरुल इलाके की है। आत्महत्या करने वाले युवक का नाम अभिषेक माह है। पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने कर्ज के बोझ के चलते आत्महत्या की बात लिखी है। पुलिस के मुताबिक लॉकडाउन में अभिषेक की नौकरी चली गई जिसके बाद वह लोगों से कर्ज लेकर किसी तरह घर चला रहा था। लेकिन पिछले कई महीनों से उसने कई लोगों से कर्ज ले लिया था जो उससे लगातार पैसे वापस मांग रहे थे। इसके परेशान अभिषेक ने घर के पास स्थित तालाब में छलांग लगा दी। मामले की सूचना मिलने के बाद दमकल और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे बाहर निकाला और अस्पताल ले गए लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। नेरुल पुलिस ने एडीआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
अज्ञात वाहन ने पुलिसकर्मी को कुचला
वहीं अज्ञात वाहन की चपेट में आ जाने से एक 31 वर्षीय पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई। हादसा ठाणे जिले के भिवंडी इलाके में मुंबई नाशिक हाईवे पर मानखोली पुल के पास हुआ। हादसे में जान गंवाने वाले पुलिस कांस्टेबल का नाम सतीश चव्हाण है। चव्हाड ड्यूटी खत्म कर मोटरसाइकल से अपने खारीगांव स्थित घर जा रहे थे। इसी दौरान तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी और फरार हो गया। पुलिस हादसे में शामिल वाहन की पहचान की कोशिश में जुटी हुई है।
Created On :   20 Dec 2020 7:28 PM IST