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धोती नहीं पहनी तो पुजारी ने अंबाबाईं मंदिर में घुसने से रोका, डॉ. पाटणकर ने जताया विरोध
डिजिटल डेस्क, पुणे। धोती नहीं पहनने के कारण वरिष्ठ विचारशील डॉ. भारत पाटणकर को कोल्हापुर स्थित अंबाबाई मंदिर के पुजारी ने गर्भ गृह में प्रवेश करने नहीं दिया। इस बात से नाराज डॉ. पाटणकर और उनके सहयोगियों ने पुजारी का विरोध किया। शुक्रवार को डॉ. पाटणकर अपनी पत्नी डॉ. गेल ऑम्व्हेट सहित मंदिर के दर्शन करने आए थे। लेकिन जब वे मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश ही कर रहे थे, तब उन्हें पुजारी ने रोका लिया। पुजारी ने कहा कि धोती नहीं पहनने के कारण भीतर प्रवेश नहीं दिया जा सकता। भीतर जाना है तो धोती पहनकर आने को कहा गया।
पुजारी के मना करने से नाराज डॉ. पाटणकर
पुजारी की इस बात से नाराज डॉ. पाटणकर ने कहा कि हर रोज कई लोगों को गर्भ गृह में प्रवेश दिया जाता है। जबकी उन्होंने भी धोती पहनी नहीं होती। उन्होंने पुजारी की बात को बेतुकी बताया। हालांकि पुजारी अपनी बात पर अड़े रहे। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने बीच बचाव में आकर दोनों को समझाया। उसके बाद विवाद खत्म हुआ। लेकिन डॉ. पाटणकर और उनके सहयोगियों ने पुजारी की मनमानी का विरोध किया और कहा कि भले ही अभी गर्भ गृह में देवी के दर्शन नहीं हो सके, लेकिन अगली बार दर्शन जरूर होंगे।
मंदिर से जुड़ी जानकारी
आपको बता दें यहां का महालक्ष्मी मंदिर माता के 108 शक्ति पीठों में एक है। जानकारों के मुताबिक मंदिर का निर्माण सातवीं शताब्दी में चालुक्य वंश के राजा कर्णदेव ने करवाया था। मान्यता है कि मंदिर में स्थापित लक्ष्मी की प्रतिमा 7,000 साल पुरानी है। जहां नवग्रहों सहित, भगवान सूर्य, महिषासुर मर्दिनी, विट्टल रखमाई, शिवजी, विष्णु, तुलजा भवानी आदि अनेक देवी देवताओं के पूजा स्थल मौजूद हैं। मंदिर के आंगन में मणिकर्णिका कुंड पर विश्वेश्वर महादेव मंदिर भी स्थित है। देश भर के मंदिरों में प्रवेश को लेकर इस तरह की घटनाएं पहले भी सामने आती रहीं हैं।
Created On :   15 Dec 2017 7:58 PM IST