12.1 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी महाराष्ट्र की अर्थ व्यवस्था, पेश होगा बजट 

Economic Survey Report - Maharashtras economy will grow at the rate of 12.1 percent
12.1 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी महाराष्ट्र की अर्थ व्यवस्था, पेश होगा बजट 
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 12.1 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी महाराष्ट्र की अर्थ व्यवस्था, पेश होगा बजट 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान राज्य की अर्थव्यवस्था के 12.1 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। इस दौरान कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों की वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र की वृद्धि दर 11.9 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 13.5 प्रतिशत रह सकती है। शुक्रवार को राज्य का बजट पेश किया जाएगा। इसके एक दिन पहले आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की गई। गुरुवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश वित्त वर्ष 2021-22 की राज्य आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में फसल उपज में तीन प्रतिशत, पशुधन में 6.9 प्रतिशत, वानिकी में 7.2 प्रतिशत और मत्स्यपालन में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। 

देश के जीडीपी में महाराष्ट्र का योगदान 14.2 फीसदी 

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार देश के जीडीपी में महाराष्ट्र का योगदान 14.2 फीसदी रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इस साल प्रति व्यक्ति 2.25 लाख रुपये रहने का अनुमान है जबकि 2019-20 के दूसरे सुधारित अंदाज के अनुसार यह 1.96 लाख रुपये और 2020-21 के पहले सुधारित अंदाज के अनुसार 1.93 लाख रुपये रहा। बता दें वर्ष 2011-12 के स्थिर मूल्य के आधार पर महाराष्ट्र का प्रति व्यक्ति आय 1.93 लाख रुपये रहा जबकि प्रति व्यक्ति आय भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश का 65,338 रुपये और मध्य प्रदेश का 1.04 लाख रुपए है। 

3,68,987 करोड़ रहेगी राजस्व प्राप्तियां

बजट अनुमानों के मुताबिक, वर्ष 2021-22 में राजस्व प्राप्तियां 3,68,987 करोड़ रुपये रहेंगी। वित्त वर्ष 2020-21 में यह 2,89,498 करोड़ रुपये रही थीं। आर्थिक समीक्षा के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में केंद्रीय अनुदान समेत राज्य का कर एवं गैर-कर राजस्व क्रमश: 2,85,534 करोड़ रुपये एवं 83,453 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। बजट अनुमानों के मुताबिक इस वित्त वर्ष में राजस्व खर्च 3,79,213 करोड़ रुपये रहेगा जबकि वर्ष 2020-21 के संशोधित अनुमानों के मुताबिक यह 3,35,675 करोड़ रुपये रहा था। आर्थिक समीक्षा कहती है कि राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 2.1 प्रतिशत रहने का अनुमान इस वित्त वर्ष के बजट में जताया गया है। 

घटा अनाज उत्पादन 

खरीफ सत्र 2021-22 में 155.15 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई। चालू वित्त वर्ष में अनाज, दाल, तिलहन, कपास एवं गन्ने की पैदावार एक साल पहले की तुलना में क्रमश: 11 प्रतिशत, 27 प्रतिशत, 13 प्रतिशत, 30 प्रतिशत एवंन 0.4 प्रतिशत कम रहने का अनुमान है। वहीं रबी सत्र में जनवरी के अंत तक 52.47 लाख हेक्टेयर इलाके में बुवाई की गई थी। दालों की पैदावार में 14 प्रतिशत तेजी का अनुमान है जबकि अनाज एवं तिलहन की उपज में क्रमश: 21 प्रतिशत एवं सात प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। 

राज्य में 10 हजार 785 स्टार्टअप 

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र में अक्टूबर, 2021 के अंत तक 10,785 स्टार्टअप सक्रिय थे। जून, 2020 से लेकर दिसंबर, 2021 के दौरान राज्य में 1.88 लाख करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव भी मिले जिनसे 3.34 लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।

Created On :   10 March 2022 8:55 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story