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शिवसेना नेता संजय राऊत की पत्नी का फ्लैट और 8 जमीने ईडी ने की जब्त
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना सांसद व प्रवक्ता संजय राऊत और उनके करीबियों से जुड़ी 11 करोड़ रुपए से ज्यादा की अचल संपत्ति जब्त कर ली है। जब्त संपत्तियों में राऊत की पत्नी वर्षा के नाम पर मुंबई के दादर इलाके में खरीदा गया फ्लैट और अलीबाग में स्थित जमीन के आठ टुकड़े शामिल है। यह जमीन वर्षा और राऊत के करीबी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर के नाम संयुक्त रूप से है। ईडी ने यह कार्रवाई 1039 करोड़ रुपए के घोटाले वाले पत्राचाल एफएसआई मामले से जुड़ी हुई है। ईडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुंबई के गोरेगांव इलाके में स्थित पत्राचाल विकास अनियमितता मामले में 11 करोड़ 15 लाख 56 हजार 573 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां जब्त की गईं हैं। जब्त की गई संपत्तियों में गुरूआशीष कंस्ट्रक्शन प्रायवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण राऊत की पालघर, सफाले और पडघा इलाके में स्थित जमीनें हैं। इसके अलावा वर्षा राऊत का दादर में स्थित फ्लैट और वर्षा और स्वप्ना पाटकर के नाम अलीबाग के किहिम बीच पर स्थित 8 जमीन के टुकड़े हैं। जांच एजेंसी के मुताबिक जमीन खरीदने के लिए विक्रेता को दर्ज मूल्य के अलावा नकद भुगतान भी किया गया था। अनियमितताओं के देखते हुए ईडी ने प्रोविजनली (सैद्धांतिक रूप से) यह संपत्तियां जब्त कर लीं हैं। ईडी ने मनी लांडरिंग मामले में प्रवीण राऊत को इसी साल 2 फरवरी को गिरफ्तार किया था। इससे पहले 31 दिसंबर 2020 को ईडी पीएमसी बैंक घोटाला मामले में प्रवीण राऊत की 72 करोड़ 65 लाख रुपए की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
संजय राऊत की पत्नी को मिले 83 लाख
ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के जरिए संजय राऊत के करीबी प्रवीण राऊत के खाते में 100 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए हैं। इन पैसों को बाद में प्रवीण के परिवार वालों और करीबियों के खातों में ट्रांसफर किए गए। जांच एजेंसी के मुताबिक 2010 में ठगी के पैसों में से संजय राऊत की पत्नी वर्षा राऊत के खाते में 83 लाख रुपए डाले गए। यह पैसे प्रवीण की पत्नी माधुरी राऊत के खाते से वर्षा के खाते में भेजे गए। इस पैसे का इस्तेमाल कर वर्षा ने दादर इलाके में फ्लैट खरीदा। जांच एजेंसी को माधुरी के खाते से वर्षा के खाते में 55 लाख रुपए भेजे जाने के सबूत मिले हैं। इसके अलावा दूसरे माध्यमों से भी पैसे दिए गए।
कैसे हुआ घोटाला
गुरू आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी ने म्हाडा से गोरेगांव इलाके के पत्राचाल के विकास का ठेका हासिल किया था। इसके तहत कंपनी को यहां रहने वाले 672 परिवारों को फ्लैट बनाकर देने थे जिसके बदले उसे अतिरिक्त फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआई) इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई थी। लेकिन गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने पत्राचाल में रहने वाले लोगों के लिए फ्लैट बनाए बिना म्हाडा को अंधेरे में रखकर 9 बिल्डरों को अतिक्ति एफएसआई 901 करोड़ 79 लाख रुपए में बेंच दी। यही नहीं गुरुआशीष कंस्ट्रक्श ने मिडोज नाम की एक इमारत के निर्माण के नाम पर ग्राहकों से बुकिंग अमाउंट के नाम पर 138 करोड़ रुपए का अग्रिम भुगतान भी ले लिया। मामले में म्हाडा की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने आईपीसी की धारा 409, 420 के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने गुरूआशीष कंस्ट्रक्शन लिमिटेड, एचडीआईएल के राकेश वधावन, सारंग वधावन, और अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की और 1039 करोड़ 79 लाख रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ।
Created On :   5 April 2022 9:37 PM IST