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शिवसेना विधायक सरनाईक के घर-दफ्तर पर ईडी का छापा, राहुल नंदा से दोस्ती के चलते शिकंजा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के घर और ऑफिस समेत 10 ठिकानों पर छापेमारी की है। मनी लांडरिंग के मामले में यह छापेमारे गए हैं। छापेमारी के बाद सरनाईक के बेटे विहंग को जांच एजेंसी पूछताछ के लिए अपने साथ ईडी ऑफिस ले गई जहां खबर लिखे जाने तक उनसे पूछताछ जारी थी। सत्तापक्ष ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है, जबकि भाजपा ने केंद्र सरकार का बचाव किया है। जांच एजेंसी ने सरनाईक के साथ उनके दोनों बेटों विहांग और पूर्वेश के ठिकानों की भी तलाशी ली। टॉप्स ग्रुप के प्रमोटर्स के ठिकानों पर छापेमारी की है। टॉप्स ग्रुप सुरक्षासेवा मुहैया कराने वाली कंपनी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कंपनी से जुड़े दस्तावेज की तलाश में ईडी ने यह छापेमारी की है। छापेमारी के लिए दिल्ली से ईडी के अधिकारियों की बड़ी टीम आई थी। सुरक्षा के लिए ईडी के अधिकारियों के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान भी थे। विभिन्न ठिकानों पर करीब पांच घंटे तलाशी ली गई।
आशंका है कि सरनाईक और टॉप्स ग्रुप के बीच आर्थिक लेनदेन में गड़बड़ी हुई है। मुंबई से सटे ओवला माजीवाडा से तीसरी बार विधायक चुने गए प्रताप सरनाईक रिपब्लिक टीवी के एडीटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी के खिलाफ विधानसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाए थे। इसके अलावा अन्वय नाईक आत्महत्या मामले की भी दोबारा जांच की मांग उन्होंने की थी जिसमें अर्णब को कुछ दिनों पहले ही गिरफ्तार किया गया था और उन्हें कुछ दिनों जेल में रहना पड़ा था। बता दें कि प्रताप सरनाईक बिल्डर और विहंग ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन हैं। शुरूआती दिनों में ऑटोरिक्शा चलाने वाले सरनाईक अब करीब सवा सौ करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं।
राहुल नंदा से दोस्ती के चलते सरनाईक पर शिकंजा - ईडी को विदेश पैसे भेजने की आशंका
टॉप्स ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष राहुल नंदा के ठिकानों पर भी ईडी ने मंगलवार को छापेमारी की है। नंदा और प्रताप सरनाईक की पुरानी दोस्ती है। टॉप्स ग्रुप द्वारा साल 2009 में यूके में किया गया निवेश और मॉरीशस में स्थित एक ट्रस्ट जांच एजेंसी के घेरे में है। ईडी को शक है कि प्रताप सरनाईक और उनके बेटे विहंग की कंपनी के जरिए टॉप्स ग्रुप में पैसा लगाया गया और पैसा अवैध रुप से विदेश भेज दिया गया है। हालांकि नंदा ने दावा किया है कि दोनों पुराने दोस्त हैं लेकिन सरनाईक और उनकी कंपनी के बीच कभी एक रुपए का भी लेन देन नहीं हुआ है। नंदा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी कंपनी की ओर से किया गया निवेश नियम कानून के तहत किया गया है और उनके पास इससे जुड़े सारे दस्तावेज हैं। इसके अलावा मॉरीशस के ट्रस्ट में एक भी पैसा नहीं है।
कंपनी के अधिकारियों ने की है शिकायत
नंदा का आरोप है कि यह सब कंपनी के अधिकारियों रमेश अय्यर और अमर का किया धरा है। उन्होंने ईडी से मामले की शिकायत की है। अय्यर ने अपनी शिकायत में नंदा और उनके परिवार पर 173 करोड़ रुपए के हेरफेर का आरोप लगाया है। नंदा ने भी अय्यर के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है। इसके अलावा ईडी को शक है कि नंदा ने अपने कर्मचारियों को वेतन और प्रोविडेंट फंड देने के नाम पर लॉकडाउन के दौरान बैंकों से कर्ज के रुप में जो पैसे लिए उसे कर्मचारियों को न देकर चोरी छिपे विदेश भेज दिए।
Created On :   24 Nov 2020 7:40 PM IST