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शिवसेना विधायक सरनाईक को ईडी ने फिर भेजा समन, हिरासत में सहयोगी चंदोले
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एक विशेष अदालत ने मनी लांड्रिंग के आरोपों को लेकर विवादों में घिरे शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के सहयोगी अमित चंदोले को एक दिन यानी आठ दिसंबर तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया है। न्यायाधीश मिलिंद कुर्तादिकर ने ईडी को चंदोले को 9 दिसंबर 2020 को कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। चंदोले को पिछले दिनों ईडी ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद शुरुआत में कोर्ट ने उसे ईडी की हिरासत में भेजा था पर बाद में उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। निचली अदालत के इस आदेश के खिलाफ ईडी ने बांबे हाईकोर्ट में अपील की थी। इससे पहले सोमवार को बांबे हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति पीके चव्हाण ने निचली अदालत के न्यायाधीश द्वारा चंदोले को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश को खारिज कर दिया और निचली अदालत को सोमवार को ही नए सिरे से ईडी के हिरासत आवेदन पर विचार करने को कहा था। हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एडिशनल सालिसिटर जनरल अनिल सिंह ने दावा किया था कि ईडी को चंदोले के पूछताछ के लिए सिर्फ तीन दिन का समय मिला है। यह पर्याप्त समय नहीं है। उनकी जांच अभी भी जारी है। ईडी को चंदोले से बैंक खातों से जुड़ी जानकारी व दूसरे तथ्यों को लेकर पूछताछ करनी है। इसलिए चंदोले को ईडी की हिरासत में भेजा जाए। चंदोले के वकील ने ईडी के इस आवेदन का विरोध किया था। मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायमूर्ति ने निचली अदालत के आदेश को निरस्त कर दिया और निचली अदालत को नए सिरे से ईडी के आवेदन पर विचार करने का निर्देश दिया।
शिवसेना विधायक सरनाईक को ईडी ने फिर भेजा समन
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक को तीसरी बार समन भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर रहने को कहा है। टॉप्स ग्रुप से जुड़े मनी लांडरिंग के मामले में सवालों के जवाब देने के लिए जांच एजेंसी ने सरनाईक को गुरूवार को बुलाया है। इससे पहले भी ईडी ने सरनाईक और उनके बेटे विहंग को पूछताछ के लिए समन भेजा था लेकिन दोनों हाजिर नहीं हुए। जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि सरनाईक को 10 दिसंबर को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है। पिछले महीने ईडी ने सरनाईक और उनके बेटे विहंग के साथ टॉप्स ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद विहंग को जांच एजेंसी अपने साथ ले गई थी और उनसे पांच घंटे की पूछताछ की गई थी। बाद में भी उन्हें समन भेजकर पूछताछ के लिए हाजिर रहने को कहा गया था लेकिन पत्नी की बीमारी का हवाला देते हुए वे पूछताछ से अब तक बच रहे हैं। सरनाईक को भी छापेमारी के बाद समन भेजा गया था लेकिन गोवा से लौटने के चलते कोरेंटाईन होने का हवाला देते हुए उन्होंने और मोहलत मांगी थी।
कोरेंटाइन अवधि खत्म होने के बाद ईडी ने सरनाईक को एक बार फिर पूछताछ के लिए बुलाया लेकिन वे दूसरी बार भी नहीं गए। टॉप्स ग्रुप के प्रमुख राहुल नंदा और प्रताप सरनाईक के बीच करीबी रिश्ते हैं। आरोप है कि सरनाईक की सिफारिश पर ही टॉप्स ग्रुप को एमएमआरडीए में सुरक्षा का ठेका दिया गया और बदले में टॉप्स ग्रुप ने सरनाईक को पैसे दिए। आरोप है कि टॉप्स ग्रुप ने एमएमआरडीए को 175 करोड़ रुपए का चूना लगाया है। मामले में टॉप्स ग्रुप के पूर्व अधिकारियों की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। मामले में पैसे अवैध रूप से विदेश भेजने के भी आरोप थे इसीलिए ईडी ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। ईडी ने सरनाईक के करीबी अमित चंदोले को भी गिरफ्तार किया है जिस पर सरनाईक के लिए टॉप्स ग्रुप से पैसे लेने के आरोप हैं।
Created On :   7 Dec 2020 7:49 PM IST