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जब सदन में आमने-सामने आए शिक्षामंत्री और विपक्षी विधायक, तालिका अध्यक्ष को लेकर भी हुआ विवाद

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में मंगलवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे और विपक्ष के सदस्य आमने-सामने आ गए। तावडे ने राज्यपाल का अभिभाषण गुजराती भाषा में सुनाई देने के विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे के दावे पर तंज कसा। तावडे ने कहा कि मैंने सीसीटीवी का रिकॉड चेक किया। जो लोग हेडफोन भी नहीं लगाए थे वे दावा कर रहे हैं कि अभिभाषण गुजराती में सुनाई दे रहा था। तावडे ने कहा कि कुछ लोगों को धनाजी संताजी हर जगह नजर आते हैं। इस पर मुंडे ने कहा कि तावडे विपक्षी सदस्यों की तुलना मुगलों से कर रहे हैं। उन्हें सदस्य का नाम लेकर बताना चाहिए कि आखिर उनका इशारा किसकी तरफ है। मुंडे ने कहा कि मैंने विधानभवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि मुझे अभिभाषण गुजराती में सुनाई दे रहा था। इसको मैं स्वीकार करता हूं लेकिन तावडे यह बताएं कि अभिभाषण मराठी में क्यों सुनाई नहीं दे रहा था। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। मंगलवार को विधान परिषद में सभापति रामराजे निंबालकर ने कविवर्य वि. वा. शिरवाडकर ऊर्फ कुसुमाग्रज की जयंती पर आयोजित मराठी भाषा गौरव दिन पर अभिनंदन प्रस्ताव पेश किया।
इस बात पर तटकरे को एतराज
इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य सुनील तटकरे ने कहा कि हम मराठी भाषा दिवस मना रहे हैं लेकिन सरकार की तरफ से हर महीने प्रकाशित की जाने वाली पत्रिका लोकराज्य का गुजराती में प्रकाशन किया जा रहा है। हमें समझ में नहीं आता है कि सरकार को पत्रिका का प्रकाशन गुजराती भाषा में करने की जरूत क्यों पड़ी। तावडे विद्यार्थियों के दाखिले के लिए कॉन्वेंट स्कूलों को पत्र लिखते हैं तो उनका पत्र स्कूल वाले फाड़ कर फेंक देते हैं। ऐसे में सरकार मराठी के अलावा दूसरी भाषाओं को इतना महत्व क्यों दे रही है। इसके जवाब में तावडे ने कहा कि आघाडी सरकार ने लोकराज्य पत्रिका का अंग्रेजी और उर्दू भाषा में प्रकाशन शुरू किया था।
भिड़ गए पाटील
सदन में सदस्य कपिल पाटील ने मराठी भाषा दिवस पर मराठी भाषा के 1300 स्कूल बंद होने समेत शिक्षकों से जुड़ा मुद्दा उठाया। इसके जवाब में तावडे ने पेड़ और गधे का उदाहरण दिया। तावडे ने कहा कि मुझे एक विद्यार्थी याद आ रहा है जो परीक्षा में पेड़ पर निबंध लिखने की तैयारी करके गया था लेकिन परीक्षा के प्रश्नपत्र में गधे पर निबंध आ गया। लेकिन विद्यार्थी होशियार था उसने पेड़ और गधे दोनों को मिलकार निबंध लिख दिया। इसी तरह पाटील ने मराठी भाषा दिवस पर शिक्षकों की समस्या उठा रहे। तावडे ने कहा कि पाटील का 1300 मराठी स्कूल के बंद होने का दावा गलत है। राज्य में 344 स्कूल ऐसे हैं जिनमें एक या दो विद्यार्थी पढ़ रहे थे। ऐसे स्कूलों के विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल में प्रवेश दिया गया है। इस बीच तावडे ने बताया कि मराठी भाषा को अभिजात दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कवियों और सर्वदलीय नेताओं का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बजट सत्र के समापन के बाद मिलेगा।
तालिका अध्यक्ष को लेकर छिड़ा विवाद
विधानसभा में बिना नियुक्ति के विधायक योगेश सागर ने तालिका अध्यक्ष के तौर पर कुर्सी संभाली तो विपक्ष ने विरोध शुरू कर दिया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ राकांपा नेता दिलीप वलसे पाटील ने कहा कि तालिका अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति के बिना किसी सदस्य का अध्यक्ष के आसन पर बैठकर कामकाज चलाना परंपरा के खिलाफ है। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया तो विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे ने कुर्सी संभाली। नियमों का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब तक नए तालिका अध्यक्ष के नामों का ऐलान नहीं होता तब तक पुराने तालिका अध्यक्ष को कामकाज चलाने की अनुमति होती है। उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियों की ओर से नाम न मिलने के चलते तालिका अध्यक्षों के नाम के ऐलान में देरी हुई। सदस्यों की मांग के बाद उन्होंने नए तालिका अध्यक्षों के नामों का ऐलान किया। योगेश सागर, सुधाकर देशमुख, सुभाष साबणे, शंभूराजे देसाई, श्यामराव उर्फ बालासाहेब पाटील को तालिका अध्यक्ष बनाया गया है।
Created On :   27 Feb 2018 9:02 PM IST