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- Effect of Mission Kavach Kundal - 154 villages of Gondia won 100 percent vaccination campaign
मिशन कवच कुंडल का असर: शत-प्रतिशत टीकाकरण मुहिम में गोंदिया के 154 गांवों ने मारी बाजी

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। राज्य शासन के मिशन कवच कुंडल अभियान के अनुसार आयु समूह 18 वर्ष के नागरिकों के लिए पहला डोज प्राथमिकता से देने का नियोजन किया गया। जिले में 1 हजार 87 गांवों में से 154 गांवों ने टीकाकरण का पहला डोज लेकर शत-प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण किया है। उसी प्रकार तकरीबन 745 गांवों ने जनसंख्या के 81 से 99 प्रतिशत टीकाकरण कर शत-प्रतिशत टीकाकरण करने की दिशा में अग्रसर है। ऐसी जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली है। जानकारी के अनुसार जिले का पहला डोज शत-प्रतिशत गांव 154 होकर तहसीलवार गोंदिया 48, अर्जुनी मोरगांव 45, देवरी 20, तिरोड़ा 18, सालेकसा 14, आमगांव 6, गोरेगांव 2 व सड़ अर्जुनी के 1 गांव का समावेश है। जिले की 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में से केशोरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने सभी 35 गांवों में टीकाकरण का पहला डोज शत-प्रतिशत कर लक्ष्य प्राप्त किया है। जिला प्रशासन व जिला स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जिले में 16 जनवरी 2021 से कोरोना प्रतिबंधक टीकाकरण अभियान शुरू हुआ है। समय-समय पर डोज की उपलब्धता के अनुसार स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से टीकाकरण केंद्र निर्माण कर नागरिकों के लिए कोरोना पर प्रतिबंधक उपाय योजना के तौर पर टीकाकरण डोज उपलब्ध कर दिया गया है। कोविड टीकाकरण गांवों का वर्गीकरण ध्यान में रख जनसंख्या के 71 से 80 प्रतिशत टीकाकरण 104 गांवों ने पूर्ण किया है। वहीं जनसंख्या के 61 से 70 प्रतिशत टीकाकरण 54 गांव, जनसंख्या के 51 से 60 प्रतिशत टीकाकरण 23 गांव व जनसंख्या के 41 से 50 प्रतिशत टीकाकरण 7 गांवों ने पूर्ण किया है। हर घर दस्तक अभियान के अंतर्गत जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण को गति देने के लिए विविध प्रतिबंधात्मक उपाय योजना किए जा रहे हैं। नागरिकों के मन में टीकाकरण के प्रति जो भ्रम है, उसे दूर करने के लिए जिलाधिकारी ने सभी उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, पुलिस उपविभागीय अधिकारी के एकत्रित सहयोग से कम टीकाकरण वाले गांवों में भेंट देकर समस्या दूर करने का नियोजन किया गया है। उसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सभी पंचायत समिति के गुट विकास अधिकारी, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, सरपंच, उपसरपंच, स्वयंसेवी संस्था, आशा सेविका, स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से गांव-गांव में शोध अभियान चलाकर टीकाकरण करने संदर्भ में जनजागृति की जा रही है। उपरोक्त गांवों में टीकाकरण का पहला डोज शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के लिए यहां के चिकित्सा अधिकारी डाॅ. पिंकू मंडल व उनके सहयोगी कर्मचारियों के दल के प्रयासों से ही 26 अक्टूबर को सभी गांवों ने टीकाकरण का प्रथम डोज पूर्ण किया गया है।
टीकाकरण शििवर को सांसद मेंढे ने दी भेंट
उधर अर्जुनी मोर में 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण करनेवाले गावों में टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाने के लिए आयोजित "हर घर दस्तक कार्यक्रम' के तहत गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव तहसील के नवेगावबांध में हाल ही में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर को सांसद सुनील मेंढे ने भेंट देकर संपूर्ण परिस्थिति का जायजा लिया तथा अधिक से अधिक टीकाकरण हो, इसके लिए प्रयास करने की सूचना दी। गांव के प्रतिष्ठित लोगों को साथ में लेकर संपूर्ण गांव टीकाकरण करने की जिम्मेदारी गांव के सरपंच, उपसरपंच और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी गई। इसके लिए विशेष रूप से नियोजन कर संपूर्ण गांव के टीकाकरण का उद्देश्य हासिल करने का प्रयास करें। ऐसे निर्देश सांसद सुनील मेंढे ने दिए। इस समय सांसद सुनील मेंढे के साथ पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले, भाजपा संपर्क प्रमुख वीरेंद्र अंजनकर, रचना गहाने, जिला महामंत्री लायकराम भेंडारकर, तहसील अध्यक्ष अरविंद शिवणकर, तहसीलदार मेश्राम, स्वास्थ्य अधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम, पूर्व सरपंच रघुनाथ लांजेवार और भाजपा के पदाधिकारी उपस्थित थे।
गणतंत्र दिवस : स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.एस. राघव निदेशक, स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में डॉ. सत्येंद्र खरे, सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन के प्रिंसिपल, डॉ. नीलम सिंह, सेक्ट कॉलेज ऑफ बीएड की प्रिंसिपल और डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी, स्कोप पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुएl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी.एस.राघव ने झन्डा फंहराया गया तथा विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुशासन एवं कौशल का परिचय देते हुए आकर्षक परेड की प्रस्तुति दीl विद्यालय के बच्चों द्वारा शारीरिक व्यायाम के महत्व को प्रकट करते हुए मनमोहक पीटी प्रस्तुत की गई l
स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड कॉलेज, स्कोप प्रोफेशनल कॉलेज तथा स्कोप स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं देश प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीl कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उरी हमले पर आधारित नृत्य नाटिका तथा रानी लक्ष्मीबाई के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को चित्रित करता हुआ नृत्य गीत था। मुख्य अतिथि डॉ डीएस राघव ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं तो यही आज के समय में हमारी सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और उसके प्रति पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगेl
वनमाली सृजनपीठ: बाल कलाकारों द्वारा राम भजन की मनमोहक प्रस्तुति
डिजिटल डेस्क, भोपाल। विश्वरंग के अन्तर्गत बाल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने वनमाली सृजनपीठ में रामभजन माला का आयोजन किया गया, जिसमें राम के भजनों की सुन्दर प्रस्तुति बच्चों के द्वारा दी गयी। कार्यक्रम का आरम्भ मालविका राव चतुर्वेदी के भजन- 'श्रीरामचन्द्र कृपालु भज मन' से हुआ। इसी कड़ी में स्वरा वत्स ने राम के विभिन्न रूपों का वर्णन करते हुए 'राम-राम दशरथ नन्दन राम' भजन से सबको मन्त्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मोही और जयगी ने 'राम-राम सब नाम जपो', रेखा ने राग ख्याल में छोटे 'ख्याल' और कियारा ने 'राम भजो आराम तजो', निवेदिता सोनी ने 'श्याम का गुणगान करिये ' गाकर माहौल को राममय कर दिया।
कार्यक्रम के अगले चरण में मालविका द्वारा मीराबाई का प्रसिद्ध भजन 'पायो जी मैंने राम रतन धन पायो' और स्वरा ने श्याम कन्हाई गाकर राम के साथ कृष्ण भक्ति से भी परिचय कराया। बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए आईसेक्ट लिमिटेड के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने 'राम भक्त ले चला राम की निशानी' और अन्य भजन गाकर बच्चों का हौसला बढ़ाया। इसके बाद सभी बच्चों की संगीत गुरु श्यामा ने अपना स्वचरित भजन 'राम नाम सुखदायक' की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में विश्वरंग के निदेशक संतोष चौबे, वनमाली सृजनपीठ भोपाल के अध्यक्ष मुकेश वर्मा, आईसेक्ट लिमिटेड के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, गेटसेट पेरेंट की निदेशक पल्लवी राव चतुर्वेदी, विश्वरंग की सहनिदेशक डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, नितिन वत्स, इलेक्ट्रॉनिकी आपके लिए की सम्पादक डॉ. विनीता चौबे, प्रभा वर्मा, वनमाली सृजनपीठ की राष्ट्रीय संयोजक ज्योति रघुवंशी, टैगोर विश्वकला केन्द्र के निदेशक विनय उपाध्याय सहित बच्चों के अभिभावक और नाना-नानी, दादा-दादी भी उपस्थित रहे।
मनोरंजन: हरेक रीज़नल इंडस्ट्री की प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराने की कोशिश में जुटा हुआ है 'क्रिएटिव वाइब': संतोष खेर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एस. एस. राजामौली की फ़िल्म 'RRR' के मशहूर गाने 'नातू नातू' ने गोल्डन ग्लोब्स जीतकर एक बार फिर से यह साबित कर दिया है क्षेत्रीय सिनेमा भी विश्वभर में अपनी छाप छोड़ने का दमखम रखता है. पिछले साल क्षेत्रीय सिनेमा और ओटीटी ने ऐसे दमदार कंटेट से दर्शकों को रूबरू कराया दर्शकों की उम्मीदें आसमान छूने लगी हैं. सिनेमा को नई ऊंचाई पर ले जानेवालों में कई लोग मशक़्क़त कर रहे हैं और इनमें से एक अहम नाम है प्रोडक्शन हाउस 'क्रिएटिव वाइब' का. उल्लेखनीय है भाषाओं से परे यह प्रोडक्शन हाउस देशभर में मौजूद नायाब तरह के कंटेट की संभावनाओं को खंगाल रहा है और नई-नई प्रतिभाओं को आगे आने का मौका दे रहा है।
'क्रिएटिव वाइब' के संस्थापक संतोष खेर कहते हैं कि लोग ना सिर्फ़ गुणवत्तापूर्ण कंटेट देखना चाहते हैं, बल्कि वे चाहते हैं कि विभिन्न रीजनल इंडस्ट्रीज़ से जुड़े तमाम प्रतिभाशाली लोगों को काम करने के लिए उचित मंच भी उपलब्ध कराया जाए. वे कहते हैं, "हमारे देश में ऐसे प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है जो गुमनाम हैं और ऐसे लोगों के बारे में आम दर्शकों को ज़्यादा कुछ पता भी नहीं होता है. हम सृजनकर्ताओं व पेशवर लोगों को आम दर्शकों के सामने लाएंगे जिसके चलते हम दुनियाभर के सिनेमा से मुक़ाबला करने में पूरी तरह से सक्षम साबित होंगे।"
'क्रिएटिव वाइब' के लिए साल 2022 एक उल्लेखनीय साल रहा है. इस दौरान प्रोडक्शन हाउस की ओर से 'अथंग" नामक एक चर्चित मराठी हॉरर वेब सीरीज़ का निर्माण किया गया. प्रोडक्शन हाउस ने 'चंद्रमुखी' नामक भव्य मराठी फ़िल्म बनाकर लोगों को चकित किया. इसके अलावा भी कई उल्लेखनीय कंटेट का निर्माण प्रोडक्शन हाउस की ओर से किया गया है. ऐसे में अब 'क्रिएटिव वाइब' साल 2023 में हिंदी, मराठी और गुजराती भाषा में कंटेट निर्माण में ज़ोर-शोर से जुट गया है. वेब द्वारा उपलब्ध कराये जानेवाले मौकों से अच्छी तरह से परिचित संतोष खेर कहते हैं, 'वेब शोज़ की दुनिया क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेट बनानेवाले मेकर्स के लिए एक बड़ी राहत बनकर आई है जिसके चलते विविध तरह के टैलेंट को अपने अद्भुत कार्यों को सामने लाने और अपनी क्षमताओं का भरपूर प्रदर्शन करने का मौका मिल रहा है. हम वेब कंटेट के माध्यम से ही नहीं, बल्कि विभिन्न भाषाओं में बननेवाली फ़िल्मों को भी एक बड़े दर्शक वर्ग तक पहुंचाना चाहते हैं।"
संतोष खेर इस इंडस्ट्री से जुड़े पेशेवर लोगों के साथ काम करने और उन्हें मौका देने में यकीन करते हैं. इसे लेकर वे कहते हैं, "जब कभी हम क्षेत्रीय स्तर की प्रतिभाओं की बात करते हैं तो हम महज़ कलाकारों के बारे में ही सोचते हैं. लेकिन हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए किसी भी फ़िल्म/कंटेट के निर्माण में बड़े पैमाने पर अन्य लोग भी शामिल होते हैं. इनमें टेक्नीशियनों, कॉस्ट्यूम तैयार करनेवालों, लेखकों से लेकर अन्य तरह के कई और भी विभाग शामिल होते हैं जो किसी भॊ फ़िल्म को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. ग़ौरतलब है कि कैमरा के पीछे काम करनेवालों के नाम मुख्यधारा के सिनेमा द्वारा भी आसानी से भुला दिया जाता है. ऐसे में हमारा प्रोडक्शन हाउस इस स्थिति को बदलने, नये नये नामों को सामने लाने और पर्दे के पीछे काम करनेवाले लोगों को स्थापित करने के लिए प्रयत्नशील है ताकि ऐसे गुमनाम लोगों की भी अपनी एक अलग पहचान बन सके।"
लेकिन क्या प्रोफ़ेशनल लोगों को अपनी-अपनी इंडस्ट्री तक ही सीमित कर दिया जाएगा? इस सवाल पर संतोष खेर कहते हैं, "हमें ऐसी प्रतिभाओं को तैयार करने की ज़रूत है जो विभिन्न तरह की क्षेत्रीय इंडस्ट्रीज़ में काम कर सकें. अगर हम एक इंडस्ट्री से ताल्लुक रखनेवाली प्रतिभाओं को दूसरी इंडस्ट्री में काम करने का मौका मुहैया कराएंगे तभी जाकर हम सही मायनों में पैन इंडिया फ़िल्मों का निर्माण कर पाएंगे. हमने बड़े सुपरस्टार्स के साथ ऐसा होते हुए देखा है मगर ज़रूरत इस बात की है कि सभी भाषाओं की इंडस्ट्री से संबंध रखनेवाले कास्ट और क्रू के अन्य सदस्यों को भी इसी तरह के मौके दिये जाएं।"
प्रतिभाओं को परिष्कृत करने की सोच और पैन इंडिया सिनेमा के निर्माण का आइडिया सिनेमा के भविष्य के लिए अच्छा है, लेकिन अगर अन्य लोग भी सतोष खेर की तरह सोचने लग जाएं तो निश्चित ही वो दिन दूर नहीं है, जब सिनेमा की दुनिया जल्द ही आसमान की नई उंचाइयों को छूने लगेगी।
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