एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे का शक्ति प्रदर्शन, दोनों गुटों की होगी दशहरा रैली  

Eknath Shinde and Uddhav Thackerays show of strength, Dussehra rally of both factions
एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे का शक्ति प्रदर्शन, दोनों गुटों की होगी दशहरा रैली  
शिवेसना एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे का शक्ति प्रदर्शन, दोनों गुटों की होगी दशहरा रैली  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना में हुई बगावत के बाद दोनों गुटों की ओर से दशहरा रैली में शक्ति प्रदर्शन के लिए जोरदार तैयारी की गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे बुधवार शाम को अलग-अलग दशहरा रैली को संबोधित करेंगे। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट की पारंपरिक दशहरा रैली दादर के शिवाजी पार्क मैदान में आयोजित होगी। जबकि शिंदे गुट ने बांद्रा के बीकेसी मैदान में दशहरा रैली आयोजित किया है। मुख्यमंत्री शिंदे के विद्रोह के बाद शिवसेना के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब पार्टी से टूटे धंडे की ओर से भी दशहरा रैली आयोजित की जा रही है। शिवसेना और उसके चुनाव चिन्ह पर चल रही कब्जे की लड़ाई के बीच मुख्यमंत्री का दशहरा रैली आयोजित करने के फैसले को सीधे उद्धव ठाकरे को चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री इस रैली के जरिए अपने जनाधार की ताकत दिखाएंगे। जबकि शिवसेना के 40 विधायकों और 12 सांसदों के बगावत के बाद पहली बार उद्धव बड़े मंच से अपने समर्थकों को संबोधित करेंगे। उद्धव के निशाने पर मुख्यमंत्री और भाजपा होगी। वहीं मुख्यमंत्री शिंदे उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाड़ी के घटक दल कांग्रेस और राकांपा पर निशाना साधेंगे।

भाजपा-शिंदे गुट की सरकार को 7 अक्टूबर को 100 दिन पूरे होने वाले हैं। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास का विजन भी जनता के सामने रखेंगे। दशहरा रैली में दोनों गुटों की ओर से लाखों लोगों की भीड़ जुटाने का दावा किया गया है। मंगलवार को उद्धव ठाकरे गुट के विधायक अनिल परब ने शिवाजी पार्क मैदान में रैली की तैयारी का जायजा लिया। परब ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे की रैली सफल होगी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री की रैली के लिए बीकेसी में विशाल मंच बनाया गया है। मंच के सामने 51 फूट की तलवार रखी गई है। जिसका बुधवार को शस्त्र के रूप में पूजन होगा। फिर मुख्यमंत्री अपने भाषण की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री की रैली में भीड़ जुटाने के लिए शिंदे गुट के 40 विधायकों और मंत्रियों ने अपने-अपने स्तर पर एसटी और निजी बस के अलावा ट्रेनों की व्यवस्था की है। प्रदेश के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने औरंगाबाद से समर्थकों को आने के लिए एसटी की 500 बसें बुक करने का दावा किया है। ठाणे के विधायक प्रताप सरनाईक ने रैली में आए हुए लोगों के लिए नास्ते का लगभग 2 लाख बॉक्स तैयार करवाया है। जिसमें ढेपला, कचौड़ी, गुलाबजाम और अन्य सामग्री का समावेश है। 

भीड़ जुटाने के लिए 10 करोड़ रुपए खर्च- अतुल लोंढे

शिंदे गुट की ओर से दशहरा रैली में भीड़ जुटाने के लिए एसटी की बसों को आरक्षित करने को लेकर कांग्रेस ने आलोचना की है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि शिंदे गुट ने एसटी महामंडल को बसों के आरक्षण के लिए 10 करोड़ रुपए दिया है। शिंदे गुट के पास रैली में 10 करोड़ रुपए कहां से आए हैं इसकी जांच ईडी, आयकर और सीबीआई को करना चाहिए। इसके जवाब में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक सावंत ने कहा कि यदि हमारे पदाधिकारियों ने बस के किराए का खर्च वहन किया है तो इसमें गलत क्या है 

समृद्धि महामार्ग पर चला शिंदे गुट के समर्थकों का वाहन 

दशहरा रैली में आने के लिए शिंदे गुट के जालना के पूर्व विधायक अर्जुन खोतकर पर समृद्धि महामार्ग का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग का उद्धाटन नहीं हुआ है। लेकिन मंगलवार को खोतकर और उनके समर्थकों ने जालना से औरंगाबाद के वैजापुर तक आने के लिए समृद्धि महामार्ग का उपयोग किया। खोतकर के समर्थकों के काफिले की गाड़ियां समृद्धि महामार्ग पर टकरा गई। इस पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने समृद्धि महामार्ग पर वाहनों को आने की अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 
 

Created On :   4 Oct 2022 10:28 PM IST

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