- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- शहडोल
- /
- तत्वों ने की फायरिंग - पुलिस ने आठ...
तत्वों ने की फायरिंग - पुलिस ने आठ आरोपियों को किया गिरफ्तार , रेत पर कब्जा का भी संदेह
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के गोहपारू थाना अंतर्गत भुरसी रेत खदान के पहले नवगवां रेत भंडारण स्थल के पासरात करीब 12 बजे आधा दर्जन से अधिक युवकों ने जमकर उपद्रव किया। उन्होंने हवाई फयर भी किए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस पर भी फायरिंग की गई। बाद में पुलिस ने घेराबंदी करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिर$फ्तार लोगों में से आधे जिले की रेत खदान का ठेका लेने वाली वंशिका गु्रप के लिए पहले काम करते थे। आरोपियों ने पूछताछ में क्या बताया, पुलिस ने इसका खुलासा अब तक नहीं किया है।
पुलिस की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति के अनुसार गिरफ्तार आरोपी नवगवां रेत भंडारण स्थल (जहां रॉयल्टी पर्ची कटती है और इसका पैसा एकत्र होता है) के पास लूटपाट के इरादे से पहुंचे थे और झाडिय़ों में छिपकर योजना बना रहे थे। गोहपारू थाना प्रभारी को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद सोहागपुर और गोहपारू थाने की संयुक्त टीम घटना स्थल की ओर रवाना की गई। जैसे ही पुलिस टीम नवगवां रेत भंडारण स्थल के पास पहुंची, बदमाशों ने पुलिस पर भी फायरिंग कर दी। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके खिलाफ धारा 307, 399, 402 आईपीसी और 25/27 आम्र्स एक्ट का मुकदमा पंजीबद्ध किया गया है। आरोपियों के पास से 315 बोर का दो देसी कट्टा, दो फरसे, दो बका ओर दो कुल्हाड़ी जब्त की गई हैं। कार्रवाई में थाना प्रभारी गोहपारू डीएसपी सनम बी खान, सोनाली गुप्ता, थाना प्रभारी सोहागपुर सुदीप सोनी, सउनि नंद कुमार कछवाहा, बालकरण प्रजापति, रजनीश तिवारी की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
पकड़े गए आरोपियों में निपनिया निवासी शिवलाल उर्फ शिवा नायक, अभिषेक उर्फ सोनी कुशवाहा तथा रोहित उर्फ रोहणी बंजारा, रोहनिया निवासी गिरधारी उर्फ गिरी नायक, पिपरिया निवासी राजेंद्र उर्फ हप्पा चौधरी तथा कमलेश यादव, मोनी टोला निवासी अजय उर्फ मटरू राठौर और देवगंवा पटासी के रहने वाले रोशनलाल यादव शामिल हैं। पुलिस ने मौके से सफेद स्कॉर्पियो एमपी 65 सी 2363 और रिट्ज कार सीजी 10 एच 4100 भी जब्त की है।
रेत खदान पर काम और दाम का मामला भी हो सकता है
जिले की रेत खदानों के समूह का ठेका लेने वाली वंशिका कंस्ट्रक्शन ने जून महीने के पहले सप्ताह में जब रेत खनन का काम शुरू किया था तो करीब दो दर्जन से ज्यादा स्थानीय लोगों को काम पर रखा था। इनमें वे चार लोग भी शामिल हैं जो शुक्रवार रात की घटना के आरोपी हैं। बताया जाता है कि 30 जून के बाद सभी स्थानीय लोगों को काम से हटा कर, जिले के बाहर से आए लोगों को काम पर लगा दिया गया था और उनके हाथों खदानों व भंडारण स्थलों की बागडोर सौंप दी गई थी। लूटपाट के इरादे से उपद्रव, हत्या के प्रयास तथा फायरिंग का मामला दर्ज करने वाली पुलिस के सामने यह नया एंगल आने के बाद कहानी कुछ उलझ गई है। यह आशंका भी जताई जा रही है कि काम छिनने से नाराज स्थानीय लोग दोबारा काम हासिल करने और इसके लिए धमकाने की गरज से भी वहां पहुंचे हो सकते हैं। यह अंदेशा भी लगाया जा रहा है कि काम से हटाए गए लोगों का कुछ लेन-देन भी बकाया हो सकता है, जिसे कंपनी ने देने से इंकार कर दिया हो और ये लोग डरा-धमका कर पैसा हासिल करने की गरज से भी पहुंचे हो सकते हैं। गोहपारू थाना प्रभारी डीएसपी सनम बी खान इन सवालों के जवाब से यह कहते हुए कन्नी काट गईं कि अभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ नहीं हो पाई है। जिले में वंशिका ग्रुप का काम देख रहे चंदन तिवारी ने जरूर यह स्वीकार कि पहले कंपनी ने 25-30 लोकल लोगों को काम पर रखा था। 30 जून के बाद लोकल लोगों को बाहर कर दिया था, क्योंकि रेत खनन का काम बंद हो गया था और कंपनी की अपनी टीम आ गई थी। वे काम से हटाए गए लोगों के पिछले किसी लेन-देन के बकाये से भी इंकार करते हैं।
Created On :   19 July 2020 7:20 PM IST