टेंडर घोटाले में EOW ने जब्त किए दस्तावेज, बढ़ेगी आरोपियों की संख्या

EOW seized documents realated to Tender scandal
टेंडर घोटाले में EOW ने जब्त किए दस्तावेज, बढ़ेगी आरोपियों की संख्या
टेंडर घोटाले में EOW ने जब्त किए दस्तावेज, बढ़ेगी आरोपियों की संख्या

डिजिटल डेस्क शहडोल । नगरपालिका शहडोल में 15 लाख के हुए टेंडर घोटाले में शामिल और कई चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो रीवा की टीम ने शुक्रवार को छापामार कार्रवाई करते हुए नगरपालिका कार्यालय से 63 प्रकार के ऐसे दस्तावेज जब्त किए हैं जिनमें गड़बड़झाला के सबूत कैद हैं। संकेत मिले हैं कि इन दस्तावेजों के परीक्षण के बाद कालापीला करने वाले और लोगों के विरुद्ध भी धोखाधड़ी सहित अन्य प्रकार के मामले दर्ज हो सकते हैं।  
विदित हो कि वर्ष 2015 में नगरपालिका के जिम्मेदारों द्वारा चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से ई-टेंडर नियमों के विरुद्ध 15 लाख रुपये के ऐसे टेंडर जारी कर भुगतान कराया गया जो कार्य पूर्व में ही हो चुके थे। हुई शिकायत में जांच के बाद ईओडब्ल्यू भोपाल में पूर्व नपाधिकारी शैंलेंद्र ङ्क्षसंह चौहान, सहायक यंत्री बृजेंद्र वर्मा, उपयंत्री सुखेंन्द्र सिंह तोमर, क्लर्क सीपी सिंह, सौरभ निगम, निविदाकार अभिदीप सोनी शहडोल, सुनील गर्ग कटनी एवं अन्य संबंधित के विरुद्ध धारा 420, 120 बी भादवि एवं धारा 13 (1) डी सहपठित धारा 13 (2) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के अंतर्गत अपराधिक प्रकरण 26 अक्टूबर 17 को पंजीबद्ध किया गया था।
तीन टीमों ने खंगाले दस्तावेज
ईओडब्ल्यू रीवा एसपी राजेश दंडोतिया के मार्गदर्शन में निरीक्षक प्रेरणा पाण्डेय के नेतृत्व में एसआई गोविंद सिंह, सीएल रावत, नरेंद्र सिंह, एएसआई संतोष पाण्डेय, आरक्षक पुष्पेंद्र, गुलशेर, धनंजय, पुष्पराज तिवारी सहित 16 सदस्यीय टीम यहां पहुंची। शहडोल एसपी को सूचना देने के बाद पुलिस बल लेकर नगरपालिका पहुंची। तीन टीमें बनाई गईं थीं, जिसने अलग-अलग कमरों से दस्तावेजों की पड़ताल की गई। इसके साथ ही जनसंपर्क कार्यालय को भी कार्रवाई की सूचना दी गई थी।
63 दस्तावेज किए जब्त
ईओडब्ल्यू के पास मुख्यत: तीन कार्यों बाणगंगा पार्क में कटनी स्टोन निर्मित जाली लगाने का कार्य, पार्क में ही फ्लोरिंग व क्लाईडिंग का कार्य तथा पुराने नगरपालिका शॉपिंग काम्लेक्स एलईडी एक्रलिक लेटर वर्क में गड़बड़ी की शिकायत की गई थी। इन्हीं कार्यां से संबंधित 63 दस्तावेजों को जब्त किया गया। जो दस्तावेज जब्त किए गए उनमें नोटशीट, स्टीमेट, बैठक एजेंण्डा, मापपुस्तिका, कैशबुक, टेण्डर डाक्यूमेंट, एग्रीमेंट वर्क आर्डर, बिल व्हाउचर, तकनीकी स्वीकृति, प्रशासकीय स्वीकृति, कोटेशन, निविदा आमंत्रण संबंधी दस्तावेज, टेण्डर फार्म, पदस्थापना आदेश तथा बजट डाक्यूमेंट शामिल हैं।
नपा में रही गहमागहमी
एंटी करेप्शन ब्यूरो की कार्रवाई को लेकर नगरपालिका कार्यालय में दिन भर गहमागहमी का माहौल रहा। दस्तावेज खंगालने के साथ जब्ती की कार्रवाई दोपहर 12 बजे से शुरु हुई जो शाम 5 बजे तक चली। संबंधित अधिकारियों के चेंबर में अलग-अलग टीमें कार्रवाई कर रही थीं। नपा में सभी की सांसे अटकी हुई थीं कि आगे क्या होगा। धीरे-धीरे यह खबर शहर में फैल गई। हर तरफ चर्चा रही कि अब भ्रष्टाचार में शामिल और कई चेहरे सामने आएंगे।
यह पहला मामला नहीं
नगरपालिका में यह पहला मामला नहीं है जिसमें कार्य के बाद टेंडर जारी किए गए हैं। लोगों का कहना है कि पूर्व की परिषद में ऐसे अनेक कारनामे हुए हैं। यह मामला तो शिकायत के बाद हुई जांच में सामने आ गया। यदि हरऐक मामलों की बारीकी से जांच हो जाये तो भ्रष्टाचार के ऐसे दर्जनों मामले सामने आ सकते हैं।
बढ़ेगी आरोपियों की संख्या
-घोटाले से संबंधित दस्तावेजों को जब्त करने 16 सदस्यीय टीम शहडोल नपा भेजी गई थी। 15 लाख के इस घोटाला मामले में प्राप्त दस्तावेजों के परीक्षण के बाद और आरोपियों के विरुद्ध भी प्रकरण दर्ज हो सकता है। मामले में निष्पक्ष कार्रवाई होगी, जो भी दोषी होंगे बख्शे नहीं जाएंगे।
राजेश दंडोतिया, एसपी ईओडब्ल्यू रीवा

 

Created On :   2 Dec 2017 1:18 PM IST

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