विस्फोटक बरामद मामला : शिवसेना के पूर्व नगरसेवक ने निभाई थी फाइनेंसर की भूमिका

Explosive recovered case: Former Shiv Sena corporator played role of financier
विस्फोटक बरामद मामला : शिवसेना के पूर्व नगरसेवक ने निभाई थी फाइनेंसर की भूमिका
विस्फोटक बरामद मामला : शिवसेना के पूर्व नगरसेवक ने निभाई थी फाइनेंसर की भूमिका

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नालासोपारा इलाके में रहने वाले वैभव राऊत के घर से विस्फोटकों की बरामदगी मामले में पुलिस ने जालना से शिवसेना के पूर्व नगरसेवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम श्रीकांत पांगारकर है। सोमवार को पांगारकर को मुंबई स्थित सत्र न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे 28 अगस्त तक के लिए एटीएस की हिरासत में भेज दिया गया। एटीएस का दावा है कि पांगारकर ने आरोपियों की आर्थिक मदद की थी।

इस मामले में वैभव राऊत, सुधन्वा गोंधलेकर और शरद कलसकर नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पांगारकर को रविवार रात जालना से गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में पेशी के दौरान एटीएस के वकील ने दावा किया कि नालासोपारा विस्फोटकों के मामले में पांगारकर ने फाइनांसर की अहम भूमिका निभाई। इसलिए दूसरे आरोपियों के साथ पांगारकर से पूछताछ जरूरी है। विस्फोटकों का जखीरा क्यों इकठ्ठा किया जा रहा था।

मामले का मुख्य सूत्रधार कौन है इसकी भी जानकारी हासिल किया जाना है। पांगारकर ने कुछ जगहों की रेकी की थी। उसके पास से पेन ड्राइव, हार्डडिस्क, संदिग्ध पुस्तकें बरामद हुईं हैं। इसलिए उससे पूछताछ जरूरी है। एटीएस की ओर से दी गई दलील स्वीकार करते हुए अदालत ने आरोपी को 28 अगस्त तक के लिए हिरासत में भेज दिया। पांगारकर के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम (यूएपीए) कानून के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

बता दें कि पांगारकर साल 2006 और 2011 में जालना से शिवसेना का नगरसेवक रह चुका है। लेकिन इसके बाद पार्टी ने उसे टिकट नहीं दिया। बताया जा रहा है कि इसके बाद वह हिंदू जन जागृति समिति के सदस्य के तौर पर सक्रिय हो गया था। बता दें कि वैभव राऊत के नालासोपारा इलाके में स्थित घर में कुछ दिनों पहले छापेमारी के दौरान पुलिस ने कई देसी बम और बम बनाने की सामग्री और दूसरे हथियार बरामद किए थे। 

 

Created On :   20 Aug 2018 2:58 PM GMT

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