सोशल मीडिया के जरिए IS के सम्पर्क में आए आरोपी, जीजा ने तीनों सालों का किया था ब्रेनवॉश 

Exposed Plan of terror attack : Accused connected with IS via social media
सोशल मीडिया के जरिए IS के सम्पर्क में आए आरोपी, जीजा ने तीनों सालों का किया था ब्रेनवॉश 
सोशल मीडिया के जरिए IS के सम्पर्क में आए आरोपी, जीजा ने तीनों सालों का किया था ब्रेनवॉश 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आतंकी हमले की तैयारी में जुटे नौ आरोपियों को पकड़ने के बाद अब महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ता जानकारी जुटाने के लिए आरोपियों के सोशल मीडिया एकाउंट और बैंक खातों से जुड़ी जानकारी खंगाल रही है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक सीरिया और ईराक में बैठे आईएस (इस्लामिक इस्टेट) के हैंडलरों ने मोहसिन खान और उसके भाई सलमान खान से सोशल मीडिया के जरिए संपर्क किया था। इसके बाद सलमान व मोहसिन ने अपने तीसरे भाई तकी के साथ मिलकर साजिश को अंजाम देने के लिए दूसरे आरोपियों को तैयार किया। सूत्रों के मुताबिक मुंब्रा में रहने वाले तीनों भाइयों को आतंक की ओर खींचने में उनके जीजा मोहम्मद सरफराज ने भी अहम भूमिका निभाई।  

आरोपियों ने मिलकर उम्मते मोहम्मदिया नाम का संगठन बनाया था। जांच अधिकारियों को उम्मीद है कि सोशल मीडिया के जरिए आरोपियों और उनके संपर्क में रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी मिल जाएगी। एटीएस अधिकारियों ने बैंकों से भी आरोपियों के खातों में हुए लेन देने से जुड़ी जानकारी मंगाई है। आरोपियों ने बातचीत और संदेश भेजने के लिए ह्वाट्सएप का उपयोग किया है, लेकिन ज्यादातर संदेश मिटा (डिलीट) दिए गए हैं जिनकी जानकारी दोबारा हासिल करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि यह बेहद मुश्किल काम है।

महाराष्ट्र एटीएस ने आरोपियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी और इंटेलिजेंस ब्यूरो से मिले कुछ सुरागों के आधार पर निगरानी के बाद दबोचा है। गिरफ्तार आरोपियों में दाऊद के गुर्गे राशिद मलबारी का बेटा मजहर शेख भी शामिल था। इसके अलावा मुंब्रा से ही फहाद अंसारी नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पिता कतर में काम करते हैं और फिलहाल परिवार में उसकी मां, बहन और नानी रहतीं हैं। मामले में जमान कुटेपड, मुसाहिद उस इस्लाम नाम के आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। साथ ही आरोपियों में एक नाबालिग भी है। एटीएस अब औरंगाबाद में चलने वाले इस्लामी संगठनों और आतंक के मामलों में पकड़े जाने वाले आरोपियों को कानूनी मदद मुहैया करना वाले संगठनों की जांच कर सकती है। 

 

Created On :   24 Jan 2019 8:40 PM IST

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