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फडणवीस ने पूछा - बाला साहेब को क्या जवाब देंगे उद्धव, मलिक के इस्तीफे की मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि प्रदेश अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक का इस्तीफा न लेने वाले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक दिन शिवसेना पक्ष प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे को जवाब देना पड़ेगा। उस समय मुख्यमंत्री अपने पिता बालासाहब को क्या उत्तर देंगे? फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री को मालूम है कि वे मलिक का इस्तीफा मांगेंगे तो उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर जाएगी। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर बुधवार को भाजपा ने सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन किया। भाजपा ने राकांपा के वरिष्ठ नेता मलिक के इस्तीफे की मांग को लकर आजाद मैदान में धड़क मोर्चा निकाला। इस दौरान पुलिस ने फडणवीस सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में लिया और बाद में रिहा कर दिया गया।
मोर्चे के जरिए मुंबई भाजपा ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। मोर्चे में फडणवीस ने कहा कि एक दिन जब बालासाहब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूछेंगे कि आपने मंत्रिमंडल में कैसे व्यक्ति को शामिल किया था तब मुख्यमंत्री क्या जवाब देंगे? फडणवीस ने कहा कि हम तो बालासाहब से कहेंगे कि हमने संघर्ष किया। लेकिन क्या करें, आपके सुपुत्र मुख्यमंत्री सत्ता के लिए इतने अंधे हो गए थे कि वे मलिक का इस्तीफा नहीं ले सके। फडणवीस ने कहा कि सरकार मुंबई बम धमाके के आरोपी दाऊद इब्राहिम के करीबियों से जमीन खरीदने के लिए सौदा करने वाले मलिक का इस्तीफा क्यों नहीं ले रही है? सरकार दाऊद के इशारों पर चल रही है क्या? फडणवीस ने कहा कि भाजपा मलिक से इस्तीफा मांग रही है। लेकिन मुख्यमंत्री और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार कह रहे हैं कि मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। लेकिन मलिक का इस्तीफा होने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। फडणवीस ने कहा कि मलिक ने दाऊद के करीबी सलीम पटेल और सरदार शाह वली खान से कुर्ला में करोड़ों रुपए की 3 एकड़ जमीन सिर्फ 15 रुपए प्रति वर्ग फीट की दर से खरीदी है। मलिक को मुंबई धम धमाके के हत्यारों से जमीन का सौदा करने में शर्म क्यों नहीं आई? फडणवीस ने कहा कि सरकार हमें फंसाने की कोशिश कर रही है। जिसका खुलासा मैंने मंगलवार को विधानसभा के सदन में किया था। फडणवीस ने कहा कि मंगलवार को सदन में मैंने तो पेन ड्राइव बम फोड़ा था वह पहला बम था। मेरे पास अनेक बम है। आवश्यकता अनुसार और बम फोड़ा जाएगा।
इस लिए रुक गया मलिक का इस्तीफाः पाटील
जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने दावा किया कि सरकार ने दाऊद के दबाव के चलते मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जा रहा है। पाटील ने दावा करते हुए कहा कि अदालत ने जब मलिक को ईडी की हिरासत में भेज दिया था तो उसके बाद उनका इस्तीफा लेने का फैसला हुआ था। मलिक के विभागों का प्रभार जिस मंत्री को दिया जाना था उन्हें बुलाया भी गया था। लेकिन बीच रास्ते में उन्हें संदेश दिया गया कि मलिक से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। क्योंकि सरकार पर दाऊद ने दबाव डाला था। हालांकि पाटील ने यह नहीं बताया कि किस मंत्री को कहां पर और किसने बुलाया था। पाटील ने कहा कि सरकार दाऊद के दबाव में आकर मलिक से इस्तीफा लेने का फैसला वापस ले लिया। पाटील ने कहा कि मलिक का नाम दाऊद से जुड़ गया है। आने वाले समय में भाजपा सरकार के मंत्रियों को गांव-गांव में घुमना मुश्किल कर देगी।
पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने फिल्म ‘पुष्पा’ के डायलॉग का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘यह फ्लावर नहीं, अब फायर होगा।’ इस फायर में आंतकियों को मदद करने वाले सभी पापी जलकर खाक हो जाएंगे। मुनगंटीवार ने कहा कि कहा जा रहा है कि मलिक का इस्तीफा नहीं लेंगे। लेकिन इस्तीफा तो आपके बाप को भी देना पड़ेगा। मुनगंटीवार ने कहा कि ‘पिओ वाइन, रहो फाइन’ का नारा देने वाले महाविकास आघाड़ी के नादान लोग एकसाथ आ गए हैं।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि यदि मलिक का इस्तीफा नहीं हुआ तो इसका सीधा मतलब होगा कि राज्य सरकार को जनभावन के बजाय दाऊद के भावना की कदर अधिक है। फडणवीस ने कहा कि मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा का संघर्ष शुरू रहेगा।
दोनों सदनों में हुआ हंगामा
राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग करते हुए बुधवार को भाजपा विधायकों ने विधानसभा व विधानपरिषद में आक्रामक रुख अपनाया।मलिक का इस्तीफा न लेने पर विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा कि क्या पूरी सरकार दाऊद के पीछे खड़ी है। प्रश्नकाल के बाद फडणवीस ने यह मुद्दा उठाया और कहा कि हम लगातार इस मुद्दे को उठा रहे हैं। हमारी मांग है कि माननीय मुख्यमंत्री को इस संबंध में घोषणा करनी चाहिए। महाराष्ट्र के एक मंत्री जेल में हैं और फिर भी वे मंत्रिपद पर हैं यह ठीक नहीं है। मेरा निवेदन है कि तुरंत नवाब मलिक का इस्तीफा लिया जाना चाहिए या मुख्यमंत्री उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें। इस मामले पर सदन के भीतर सरकार को ऐलान करना चाहिए। अगर महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक के पीछे खड़ी रहेगी तो राज्य के लोगों के मन में सवाल उठेगा कि क्या सरकार दाऊद के पीछे खड़ी है। इसलिए मेरा अनुरोध है कि नवाब मलिका का इस्तीफा लिया जाना चाहिए। इसके बाद भाजपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने आ गए जिसके बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो विपक्ष सदन में मौजूद नहीं था। इसके बाद सरकार ने जरूरी कामकाज निपटाया। कुछ विधेयकों को मंजूरी दी गई।
फडणवीस के आरोपों पर आज जवाब देंगे गृहमंत्री
राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील को विपक्ष की नियम 293 के तहत हुई चर्चा का जवाब देना था लेकिन उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने उनसे आग्रह किया है कि वे किसी काम से सदन में नहीं हैं और उनकी मौजूदगी में ही जवाब दिया जाए इसलिए वे गुरूवार को जवाब देंगे।
मलिक से नहीं लिया जाएगा इस्तीफा- शरद पवार
दूसरी ओर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। पवार ने कहा कि मलिक के इस्तीफे का कोई संबंध नहीं है। राकांपा मलिक के साथ मजबूती से खड़ी है। पवार ने कहा कि मुस्लिम कार्यकर्ताओं का नाम दाऊद से जोड़ना घृणास्पद है।
Created On :   9 March 2022 7:56 PM IST