फडणवीस बोले - हर सुबह झूठ से होता है सामना, शिवसेना की टिप्पणी पर भाजपा का पलटवार 

Fadnavis said - Every morning lies came on front, BJP reversed on Shiv Senas comment
फडणवीस बोले - हर सुबह झूठ से होता है सामना, शिवसेना की टिप्पणी पर भाजपा का पलटवार 
फडणवीस बोले - हर सुबह झूठ से होता है सामना, शिवसेना की टिप्पणी पर भाजपा का पलटवार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के राज्यों को ऑक्सीजन आवंटन के लिए 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्य बल के गठन के आदेश को केंद्र सरकार की नाकामी पर मुहर लगाने की शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ की टिप्पणी पर पलटवार किया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर कहा कि हर सुबह झूठ से सामना होता है। फडणवीस ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से भारत के सॉलिसिटर जनरल ने ही सुप्रीम कोर्ट में ऑक्सीजन के वैज्ञानिक रूप से आवंटन के लिए राष्ट्रीय कार्य बल के गठन का सुझाव दिया था। इसके बाद अदालत के आदेश से राष्ट्रीय कार्य बल का गठन हुआ है। फडणवीस ने कहा कि शिवसेना ने अज्ञानतावश या फिर जानबूझकर केंद्र सरकार की बदनामी की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लिखते अथवा बोलते समय कोई व्यक्ति इतना उथला कैसे हो सकता है? फडणवीस ने कहा कि अदालत ने स्पष्ट किया है कि ऑक्सीजन का भरपूर भंडारण है। 

लिखने से पहले एक बार आदेश तो पढ़ लिए होतेः दरेकर

जबकि विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि शिवसेना सांसद संजय राऊत ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को बिनापढ़े पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में टिप्पणी की है। यदि वह अदालत के आदेश को पढ़ते तो इस तरह की टिप्पणी नहीं करते। दरेकर ने कहा कि केंद्र सरकार की मांग के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय कार्य बल का गठन किया है। लेकिन राऊत ने इस तरह की टिप्पणी करके केंद्र सरकार के खिलाफ जनता को भ्रमित किया है। 

केंद्र सरकार की नाकामी पर मुहर- शिवसेना

वहीं शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा है कि कोरोना महामारी का मुकाबला करने में केंद्र सरकार के विफल होने के कारण सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय कार्य बल का गठन किया है। सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय कार्य बल का गठन करके केंद्र सरकार की नाकामी पर मुहर लगा दी है। राष्ट्रीय कार्य बल का गठन केंद्र सरकार को तमाचा है। शिवसेना ने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय कार्य बल का गठन किया होता तो परिवार के ही 112 विशेषज्ञों की नियुक्ति करके गड़बड़ी और बढ़ा दिया होता। इसके बजाय सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय कार्य बल की स्थापना करके अच्छा काम किया है। 

Created On :   10 May 2021 8:18 PM IST

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