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परिजनों का आरोप, नहीं मिला इलाज ; सीएस बोले- अपनी मर्जी से ले गए मरीज
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिला चिकित्सालय की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अब एक प्रसूता का समय पर इलाज नहीं करने का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि कलेक्टर के निर्देश के बाद भी डॉक्टरों ने समय पर सीजर ऑपरेशन नहीं किया। उन्हें निजी चिकित्सालय ले जाना पड़ा। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि सीजर ऑपरेशन के लिए जब डॉक्टर वहां पहुंची परिजन मरीज को लेकर जा चुके थे। उमरिया जिले के पिनौरा निवासी अंजलि यादव पति विजय यादव को परिजन मंगलवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे थे। परिजनों का आरोप है कि यहां डॉक्टरों ने महिला को नहीं देखा तो उन्होंने जिला कलेक्टर को फोन लगाया। कलेक्टर के निर्देश के बाद महिला को देखा गया। वहीं सीजर ऑपरेशन में देरी होने पर उन्होंने एक निजी चिकित्सालय में डिलेवरी कराई। दूसरी ओर सिविल सर्जन डॉ. जीएस परिहार ने बताया कि नाइट ड्यूटी पर डॉ. नेहा मिश्रा थी, उन्होंने मरीज को अटेंड किया था। महिला लेबर रूम में ही थी। सीजर डिलेवरी के लिए कुछ देर इंतजार करने को कहा बया था। सुबह की शिफ्ट में आई डॉ. आरती ताम्रकार ने सीजर के लिए डॉ. डीके सिंह को फोन करवाया तो वे अवकाश पर थे। इसके बाद मेडिकल कॉलेज की डॉ. सोना को बुलवाया गया, लेकिन जब तक वे पहुंचीं, परिजन मरीज को लेकर जा चुके थे।
रेफरल केस में सूचना देनी है
कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने बताया कि परिजनों ने सुबह फोन किया गया था। मैंने बात की तो महिला लेबर रूम में ही थी। वहां की नर्स सुनीता उसको देख रही थी। लेडी डॉक्टर से बात की तो बताया गया सीजर ऑपरेशन होना है। जब तक डॉक्टर आतीं वे मरीज को लेकर जा चुके थे। कलेक्टर ने कहा कि परिजनों ने पहले नौरोजाबाद में दिखाया, फिर उमरिया लेकर गए, तब तक उनको कोई दिक्कत नहीं हुई। वहां से शहडोल आते ही उन्हें समस्या होने लगी। उन्होंने कहा कि रेफरल के लिए हमने कहा है कि जब भी कोई केस रेफर किया जाएगा तो उसकी सूचना भी दी जाएगी, ताकि उसकी व्यवस्था बनाई जा सके। लेकिन अभी भी ऐसा नहीं किया जा रहा है।
Created On :   16 Dec 2020 6:04 PM IST