बाघ के हमले में किसान की मृत्यु, जंगल में बिखरे मिले किसान के अंग
डिजिटल डेस्क, आष्टी शहीद. खेत में काम कर रहे किसान पर झाड़ियों में छिपे बाघ ने अचानक हमला कर दिया और दूर लंगल में घसीटते ले गया। इस घटना में किसान की मौत हो गई। बुधवार को किसान का शव जंगल परिसर में अनेक टुकड़ों में पाया गया। घटना तहसील के धाड़ी खेत परिसर में हुई। मृतक किसान का नाम धाड़ी निवासी वामन उकंडराव मड़ावी (45) बताया जाता है। इस घटना से परिसर में दहशत का माहौल है। जानकारी के अनुसार किसान वामन मड़ावी के पास चार एकड़ खेती है। वह 28 मार्च को सुबह खेत में जाने के बाद शाम को घर नहीं लौटे तो परिजनों ने खेत की दिशा में उनकी खोजबीन शुरू कर दी। रात 12 बजे तक उनका पता नहीं चल सका। बुधवार सुबह जंगल में उनका एक पैर दिखाई दिया। कुछ दूरी पर जाने के बाद शरीर का हिस्सा दिखाई दिया। इससे वे किसान वामन मड़ावी होने की पुष्टि हुई। तत्काल घटना की जानकारी वनविभाग व पुलिस को दी गई। पुलिस व वनविभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस व वनविभाग के अधिकारियों ने पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए आर्वी के उपजिला अस्पताल में भेजा। मृतक अपने पीछे अपनी व दो बेटे छोड़ गया है। उनकी अचानक मौत होने से परिवार सदमे में है। बाघ ने अब तक वड़ाला, पंचाला, छोटी आर्वी, किन्ही, अब धाड़ी के किसान की जान ली है। इससे पूर्व भालू ने धाड़ी के एक किसान को मार डाला था। परंतु वनविभाग इस ओर ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है। यह आरोप ग्रामीणों ने लगाया है।
मृतक के रिश्तेदारों को पांच लाख का धनादेश : पुलिस व वनविभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा किया और मृतक के रिश्तेदारों को पांच लाख रुपए की तत्काल मदद दी गई। वनपरिक्षेत्र अधिकारी उईके के हाथों धनादेश प्रदान किया गया। इस समय पुलिस उपविभागीय अधिकारी सोलंके, थानेदार लक्ष्मण लोकरे, वनविभाग के बोबड़े, केकाण उपस्थित थे।
Created On :   2 March 2023 8:44 PM IST