28 ट्रैक्टरों को दो बार फाइनेंस कराया, दो बार अलग-अलग हितग्राहियों को बेचा

Financed 28 tractors twice, sold twice to different beneficiaries
28 ट्रैक्टरों को दो बार फाइनेंस कराया, दो बार अलग-अलग हितग्राहियों को बेचा
गजानन ट्रैक्टर के संचालकों के खिलाफ एक और मामला दर्ज 28 ट्रैक्टरों को दो बार फाइनेंस कराया, दो बार अलग-अलग हितग्राहियों को बेचा

डिजिटल डेस्क शहडोल । ट्रैक्टर बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गजानन टैक्टर्स के संचालक तारकेश्वर द्विवेदी और उसके सहयोगी सुनील कुमार विश्वकर्मा के खिलाफ पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया है। जांच के दौरान पुलिस के सामने कुछ और पीडि़त आए हैं, जिनके साथ ट्रैक्टर छल कर लाखों रुपए का चूना लगाया गया। अब तक 28 हितग्राहियों के साथ धोखाधड़ी कर डेढ़ करोड़ से अधिक का अनैतिक लाभ अर्जित करने का खुलासा हो चुका है।   पुलिस के अनुसार मामले की जांच की जा रही है, पीडि़तों की संख्या और राशि बढ़ सकती है। कोतवाली थाने में अपराध क्रमांक 705/21 धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी, 34 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी बड़े ही सुनियोजित तरीके से पहले किसी बैंक से हितग्राही के ट्रैक्टर फाइनेंस कराते। इसके बाद इसी ट्रैक्टर को किसी और हितग्राही के नाम पर दूसरी फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस करा लेते। फिल हाल सामने आए 28 मामलों में से 11 ट्रैक्टर पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। शेष ट्रैक्टरों की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।  
सोहागपुर थाने में दर्ज हो चुका है मामला
इससे पहले दोनों आरोपियों के खिलाफ सोहागपुर थाने में भी इन्हीं धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया जा चुका है। कोटक महिन्द्रा बैंक की ओर से की गई शिकायत के बाद यह प्रकरण दर्ज हुआ था। गजानन टैक्टर्स के संचालक तारकेश्वर द्विवेदी और उसके सहयोगी सुनील कुमार विश्वकर्मा ने कोटक महिन्द्रा बैंक से 36 ट्रैक्टर फाइनेंस कराके बेचा था। इनमें से 24 ट्रैक्टर को खींचकर दोबारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अन्य फाइनेंस कंपनियों से फाइनेंस कराके दूसरे हितग्राहियों को दोबारा बेच दिया गया। इस तरह आरोपियों ने एक करोड़ 32 लाख रुपए का लाभ अर्जित किया गया।
चार ट्रैक्टरों को दोबारा फाइनेंस कराया
ठीक इसी तरह आरोपियों ने चोला मंडलम इन्वेस्टमेंट फाइनेंस कंपनी से 39 ट्रैक्टरों को फाइनेंस कराके हितग्राहियों को बेचा। इनमें से 4 ट्रैक्टरों का दोबारा दस्तावेजों में कूटरचना कर अन्य फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस कराके दूसरे हितग्राहियों को बेचकर टै्रक्टर के वास्तविक मूल्य से अधिक का लाभ अर्जित किया गया। आरोपियों ने किसानों के साथ धोखाधड़ी कर 18 लाख 10 हजार रुपए का आर्थिक लाभ अर्जित किया।
 

Created On :   3 Sept 2021 5:59 PM IST

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