अंधेरी पूर्व सीट पर उपचुनाव में शिवसेना के दोनों गुटों की अग्निपरीक्षा

Fire test of both the factions of Shiv Sena in Andheri East seat by-election
अंधेरी पूर्व सीट पर उपचुनाव में शिवसेना के दोनों गुटों की अग्निपरीक्षा
सीधी भिंड़त अंधेरी पूर्व सीट पर उपचुनाव में शिवसेना के दोनों गुटों की अग्निपरीक्षा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना में हुए विद्रोह के बाद विधानसभा के अंधेरी पूर्व सीट पर होने वाले उपचुनाव में पहली बार दोनों गुटों में सीधी भिंड़त देखने को मिलेगी। यह उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट के लिए अग्निपरीक्षा माना जा रहा है। शिवसेना में हुई बगावत के बाद यह उपचुनाव पहला मौका है जिससे परिणाम से साफ हो सकेगा कि दोनों गुटों में से जनाधार किसके पास अधिक है। साथ ही उपचुनाव राज्य की शिंदे सरकार के लिए भी लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। जिसमें भाजपा की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन से रिक्त हुई इस सीट पर उपचुनाव के लिए 3 नवंबर को मतदान होगा। शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच असली शिवसेना और चुनाव चिन्ह धनुष बाण पर कब्जे की लड़ाई भारत निर्वाचन आयोग में चल रही है। जिस पर आयोग को अंतिम फैसला करना है। चुनाव चिन्ह को लेकर चल रही लड़ाई के चलते सोमवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उपचुनाव को लेकर टिप्पणी करने से बचते नजर आए। उपचुनाव के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बारे में बाद में बात करूंगा।

सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने वकीलों की एक टीम के साथ चुनाव चिन्ह के संबंध में बैठक भी की है। जबकि शिवसेना सांसद विनायक राऊत ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना उपचुनाव जीतेगी। राऊत ने कहा कि हमने भारत निर्वाचन आयोग में मजबूती से अपना पक्ष रखा है। इसलिए हमें विश्वास है कि उपचुनाव में शिवसेना के उम्मीदवार को चुनाव चिन्ह धनुष बाण ही मिलेगा। राऊत ने कहा कि शिंदे गुट चाहता है कि उद्धव ठाकरे को धनुष बाण चुनाव चिन्ह न मिले। इसलिए मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा था कि यदि वे हस्तक्षेप करते तो उन्हें दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क का मैदान मिल जाता। राऊत ने कहा कि मुख्यमंत्री अप्रत्यक्ष रूप से कहना चाह रहे थे कि वह अदालत पर भी दबाव डाल सकते हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना उपचुनाव में दिवंगत रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को प्रत्याशी बना सकती है। जबकि भाजपा ने मुरजी पटेल को उम्मीदवारी देने का फैसला किया है। पटेल को साल 2019 के विधानसभा चुनाव में शिवसेना उम्मीदवार रहे रमेश लटके ने हरा दिया था। इस बीच राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने उपचुनाव में उद्धव ठाकरे को समर्थन देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राकांपा उपचुनाव में शिवसेना के उम्मीदवार को मदद करेगी। 

Created On :   3 Oct 2022 9:32 PM IST

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