बालाघाट में युवक पर फायरिंग, नागपुर में उपचार

Firing on youth in Balaghat, treatment in Nagpur
बालाघाट में युवक पर फायरिंग, नागपुर में उपचार
वारदात बालाघाट में युवक पर फायरिंग, नागपुर में उपचार

डिजिटल डेस्क, नागपुर. मध्यप्रदेश के लांजी, बालाघाट में खेत में काम कर रहे एक 21 वर्षीय युवक पर गोली दागने का मामला सामने आया है। जख्मी युवक गौरव कृष्णकुमार कबीर (21), भोलेगांव लांजी, बालाघाट निवासी है। गौरव पर गोली दागने का रहस्य बरकरार है।  गौरव की बायीं पसली में लीवर के पास फंसी गोली को ऑपरेशन कर बाहर निकाल लिया गया है। डॉक्टरों ने गोली सदर पुलिस के हवाले कर दी है। संदेह के घेरे में नागपुर के कुछ राइफल शूटर हैं, जो रायपुर में आयोजित राइफल शूटिंग स्पर्धा में भाग लेने गए थे।  जीत की खुशी में वे लांजी में एक खेत में पार्टी मनाने गए थे। बालाघाट पुलिस का कहना है कि, उन्हें जो कहानी सुनाई गई है, उस पर विश्वास नहीं हो रहा है। अगर गोली शूटरों ने चलाई है, तो गौरव का उनके साथ क्या कनेक्शन है, यह गौरव ही बता सकता है। इस मामले में बालाघाट पुलिस नागपुर के सदर थाने के थानेदार विनोद चौधरी का सहयोग ले रही है।

अस्पताल ने जमा कराए दोस्तों के आधार कार्ड : पुलिस के अनुसार गौरव पर गत 16 सितंबर को सुबह करीब 10.30 से 11.30 बजे के बीच अज्ञात आरोपी ने गोली दागी। गोली गौरव की बायीं पसली में लिवर के पास जाकर फंसी थी। गौरव को उसके दोस्त पहले परिजनों के साथ गोंदिया के किसी अस्पताल में ले गए थे। अधिक रक्तस्त्राव होने के कारण परिजनों को उसे नागपुर के सदर स्थित खान नर्सिंग होम ले जाने की सलाह दी गई। पश्चात गौरव के दोस्त और परिजन उसे नागपुर के उक्त अस्पताल में शनिवार को दोपहर करीब 3.25 बजे लेकर पहुंचे। गौरव बेहोश था। गौरव को अस्पताल लेकर आने वाले कुछ युवक नागपुर के थे, इसमें से कुछ युवकों ने अस्पताल में आधार कार्ड जमा किया है। गौरव को अस्पताल में भर्ती करने के बाद पहले डॉ. इमरान ने एक्स-रे कराया और खून का रिसाव बंद होने के बाद उपचार शुरू किया। एक्स-रे में गोली दिखाई देने पर उन्होंने पहले पुलिस को फोन किया। पश्चात डॉ. इमरान ने डॉ. अपूर्व सिंह के साथ गौरव का ऑपरेशन कर 9 एमएम की गोली बाहर निकाली। 

पुलिस के गले नहीं उतर रही कहानी : उधर सदर के वरिष्ठ थानेदार विनोद चौधरी अस्पताल पहुंचे। उस समय पुलिस उसका बयान नहीं ले पाई थी। इधर गौरव के पिता कृष्णकुमार  कबीर ने पुलिस को बताया कि, गत 16 सितंबर को उनका बेटा खेत में गया था, जहां उसकी बायीं पसली से गोली अंदर घुसकर लिवर के पास फंस गई। इस मामले में बालाघाट थाने के अधिकारी चौहान ने छानबीन शुरू कर दी। उन्हें भी यही बताया गया कि, गौरव खेत में काम करने गया था। इस दौरान उसे गाेली लगी, लेकिन गौरव के परिजनों की कहानी सदर और बालाघाट पुलिस के गले नहीं उतर रही है।    

फॉरेंसिक लैब भेजी गोली  
डॉ. इमरान ने गोली सदर पुलिस के हवाले करने के बाद गोली फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेज दी गई है। 9 एमएम की गोली के बारे में जानकारों का कहना है कि, यह गोली पिस्टल, रिवाल्वर और कारबाइन से चलाई जा सकती है। इस गोली का पुलिस और सेना में उपयोग होता है। घटनास्थल नक्सल प्रभावित क्षेत्र बताया जा रहा है। 

नागपुर से गए थे राइफल शूटर : सूत्रों की मानें तो नागपुर के कुछ शूटर रायपुर में आयोजित रायफल शूटिंग स्पर्धा में भाग लेने गए थे। स्पर्धा में जीत के बाद वे लांजी  के एक खेत में पार्टी मनाने गए थे। बालाघाट पुलिस को शक है कि, मामला कुछ और है, लेकिन उस पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है। गौरव होश में आने के बाद सभी पहलू सामने आ पाएंगे।  

Created On :   19 Sep 2022 11:04 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story