दो लाख लोगों को कराया भोजन, तीन हजार मवेशियों की बचाई जान

Food provided to two lakh people, saved life of three thousand cattle
दो लाख लोगों को कराया भोजन, तीन हजार मवेशियों की बचाई जान
दो लाख लोगों को कराया भोजन, तीन हजार मवेशियों की बचाई जान

 घायल मवेशियों का उपचार व नाम मात्र के शुल्क पर भोजन उपलब्ध कराकर सेवा की मिसाल बने नगर के दो संगठन

डिजिटल डेस्क शहडोल । मानव सेवा हो या मूक जानवरों की देखभाल, इसमें निरंतरता कम ही देखने को मिलते हैं। लेकिन नगर के दो ऐसे सामाजिक संगठन हैं जिनमें से एक घायल मवेशियों को उपचार मुहैया कराकर उनकी सतत सेवा में लगा हुआ है तो दूसरा संगठन नाम मात्र के शुल्क पर गरीबों को भोजन उपलब्ध कराकर सेवा की मिशाल बने हुए हैं। अटल कामधेनु गौ सेवा ने जहां लगातार काम करते हुए तीन वर्षों में तीन हजार से अधिक पशुओं की जान बचाई, तो सांझी रसोई नामक संगठन ने एक साल में दो लाख से अधिक लोगों का पेट भरने का सराहनीय कार्य किया। दोनों संगठनों की यह सेवा अभी भी सतत रूप से जारी है।
5 रुपए में कराते हैं भरपेट भोजन
सामाजिक संगठन सांझी रसोई गरीबों को भोजन कराने के लिए आपनी पहचान बना चुकी है। संस्था द्वारा पांच रुपए के शुल्क में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जाता है। पांच रुपए लिए जाने का मकसद यह है कि लोगों का यह न लगे कि मुफ्त में खाना मिल रहा है। सांझी रसाई ने एक जनवरी को एक वर्ष पूरा कर लिए हैं। एक साल में दो लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया जा चुका है। जेल बिल्डिंग के सामने संचालित संस्था मौके पर ही नहीं विपरीत हालातों में जाकर भी भोजन मुहैया कराती है। कोरोना काल में सांझी रसोई ने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से कोरोना जागरूकता अभियान चलाया। इसमें लोगों को मास्क, सेनेटाइजर एवं शटआउट वायरस कार्ड बांटा गया। लॉकडाउन के दौरान ट्रेन, सड़क मार्ग एवं अस्पताल में जरूरतमंद एवं श्रमिकों के लिए भोजन के साथ चाय, फल, बिस्कुट, नमकीन, खीरा, जूते-चप्पल तथा बच्चों के लिए दूध और बिस्किट की व्यवस्था की। व्हीलचेयर, जरूरतमंद लोगों के घर तक राशन पहुंचाने का काम किया गया। गरीबों को भोजन कराने के नेक कार्य में कुछ लोग आर्थिक सहयोग करते हैं, उस दिन का भोजन बिलकुल मुफ्त में कराया जाता है। सांझी रसोई लोगों को नशामुक्त करवाने के लिए भी प्रयासरत हैं। कल्याणपुर वृद्ध आश्रम में लोगों को जररूत के अनुसार सामान एवं भोजन उपलब्ध कराती है। चाईल्डविथ स्पेशल नीड्स हास्टल में जरूरत अनुसार भोजन की सेवाएं मासिक रूप से करती है। 
स्वस्थ होने तक करते हैं मवेशियों की देखभाल
शहडोल से 3-4 किलोमीटर दूर कल्याणपुर में तीन साल पहले 19 जुलाई 2017 को युवा गौरव राल्ही मिश्रा ने अटल कामधेनु गौसेवा संस्थान की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य सड़क हादसों आदि में घायल होने वाले मवेशियों की देखभाल करना है। अब तक तीन हजार से अधिक गाय, बैल, भंैस, बिल्ली, कुत्ता, खरगोश, कबूतर आदि को रखकर उपचार किया जा चुका है। सेवा भावना से टीम में युवाओं व लोगों की जुड़ाव होता गया। टीम में प्रभाकर मिश्रा, मोहित गुप्ता, विकाश जोतवानी, धीरज साहू, अमर सोनी, दीपक उपाध्याय, उत्कर्ष सिंह गहरवार, उत्कर्ष गर्ग, किशन कुमार, राहुल आर्य, आनंद गुप्ता, पंकज गुप्ता, शिवनाथ द्विवेदी आदि भ्रमण कर घायल मवेशियों को संस्थान में लाते हैं और तब तक रखते हैं जब तक वे स्वस्थ नहीं हो जाते। लोगों से मिले सहयोग से पशु चिकित्सक को बुलाकर लगातार उपचार कराते हैं। अब संस्थान का कार्य क्षेत्र शहडोल के अलावा 10 जिलों में हो चुका है।

Created On :   11 Jan 2021 11:39 AM GMT

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