नासिक के नांदूर मधमेश्वर के पानी को आरक्षित करने पर संसद में हंगामा

for reservation of water of Nameshwar Mandheeshwar  Parliament dissolves
नासिक के नांदूर मधमेश्वर के पानी को आरक्षित करने पर संसद में हंगामा
नासिक के नांदूर मधमेश्वर के पानी को आरक्षित करने पर संसद में हंगामा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नासिक के नांदूर मधमेश्वर नहर का पानी पीने के लिए आरक्षित होने के कारण औरंगाबाद के वैजापुर और गंगापुर तहसील में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध न होने के मुद्दे में विधान परिषद में राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य अमरसिंह पंडित और सतीश चव्हाण ने जमकर हंगामा किया। इस पर प्रदेश के जलसंसाधन राज्य मंत्री विजय शिवतारे ने कहा कि नांदूर मधमेश्वर नहर के पानी के आरक्षण के बारे में सरकार ने नियमों के अनुसार ही फैसला लिया है। यदि किसी को आपत्ति है तो सरकार के फैसले के खिलाफ अदालत अथवा महाराष्ट्र जलसंपत्ति विकास प्राधिकरण के पास जा सकता है।

ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाया मुद्दा 
मंगलवार को  सदन में राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य पंडित ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से औरंगाबाद की सूखा प्रभावित तहसीलों में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में शिवतारे ने कहा कि कहा कि साल 2002 से साल 2012 के बीच इसी तरह के आरक्षण के आधार पर पानी वितरण किया गया था। शिवतारे ने कहा कि राज्य में आबादी बढ़ रही है। इसलिए पीने के पानी के लिए पानी के आरक्षण में बदलाव होना तय है। इस स्थिति में सिंचाई के लिए कम पानी मिल सकेगा। इसके मद्देनजर सरकार नार-पार और दमनगंगा पिंजाल जैसी नदियों को जोड़ने की परियोजना पर तेजी से काम कर रही है।

मराठवाड़ा के विधायकों को भनक तक नहीं 
इससे पहले विधायक पंडित ने कहा कि नांदूर मधमेश्वर नहर के पानी का आरक्षण बदलने का फैसला विभाग के मंत्री ने अपने स्तर पर ले लिया है। इस बारे में मराठवाड़ा के विधायकों को भनक तक लगने नहीं दी गई। नहर का पानी रोके जाने के कारण औरंगाबाद के वैजापुर और गंगापुर को पानी नहीं मिल पा रहा है। ये इलाके सूखा प्रभावित हैं।

Created On :   13 March 2018 11:23 PM IST

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