- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- इंडियन करेंसी देखने के बहाने लोगों...
इंडियन करेंसी देखने के बहाने लोगों को चूना लगाने वाले विदेशी गिरफ्तार, टूरिस्ट वीजा पर आए थे भारत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय नोट देखने के बहाने एक शख्स को झांसा देकर 10 हजार रुपए की ठगी करने वाले दो ईरानी नागरिकों को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। छानबीन में खुलासा हुआ है कि तीन महीने के टूरिस्ट वीजा पर भारत आए दोनों आरोपी मुंबई और पुणे के अलावा नेपाल, रूस और तुर्कमेनिस्तान में भी कई लोगों को चूना लगा चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों के नाम आजाद अब्दुल हमीद सिराज सिमीया (54) और इजाज हुसैन नरीमल हमदानी (48) है। दोनों आरोपियों ने शिकायतकर्ता को अंधेरी इलाके में एक भीड़भाड़ वाली सड़क पर रोका। दोनों ने कहा कि वे विदेशी नागरिक हैं और उन्हें भारतीय रुपए की पहचान नहीं है। ईरानी ठगों ने शिकायतकर्ता से कहा कि वे अपने पास मौजूद भारतीय नोट दिखाकर उन्हें उसके बारे में जानकारी दे सकें तो बेहतर होगा। शिकायतकर्ता ने दोनों आरोपियों को अपने पास मौजूद रुपए निकालकर दिखाने शुरू किए तो आरोपियों ने और बड़ी नोट दिखाने की मांग करते हुए उनके पास मौजूद सारे रुपए निकलवा लिए। इसके बाद अपने हाथ में लेकर नोट देखने के बाद उन्हें वापस कर चले गए। बाद में शिकायतकर्ता को शक हुआ और पैसों की गिनती की तो उसमें 10 हजार रुपए कम निकले। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत अंधेरी पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी के आधार पर दोनों आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सीनियर इंस्पेक्टर विजय बेलगे ने बताया कि आरोपी दो तरीकों से ठगी करते थे। कुछ लोगों को स्थानीय मुद्रा दिखाने की बात कहकर रोकते थे और अपने पास मौजूद सारी नोटों की पहचान कराने की बात कहकर चालाकी से कुछ रुपए निकाल लेते थे। इसके अलावा आरोपियों ने डॉलर बदलने के बहाने भी लोगों से ठगी की है। बुधवार को कोर्ट में पेशी के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
लूटपाट की झूठी शिकायत दर्ज कराने वाला गिरफ्तार
उधर दोस्तों को 12 लाख रुपए देकर लूटपाट की झूठी शिकायत करने वाले एक आरोपी और उसके दो साथियों को कांदीवली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी मशहूर एमएम मिठाईवाला के अकाउंटेंट का ड्राइवर है। अकाउंटेंट ने ड्राइवर को पैसे घर रखकर आने को कहा था लेकिन उसने दावा किया था कि पैसे लूट लिए गए। मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी का नाम प्रदीप सांगले है। सांगले मितेश शाह के यहां ड्राइवर के तौर पर काम करता था। पुलिस ने बताया कि बीते गुरूवार की रात शाह अपने साथ 12 लाख रुपए की नकदी लेकर कार से निकले थे। उन्हें कांदीवली इलाके में एक मीटिंग में जाना था। उन्होंने सांगले से कहा कि उन्हें मीटिंग की जगह पर छोड़कर घर जाए और पैसे रखकर वापस आ जाए। लेकिन बाद में वापस लौटे सांगले ने दावा किया कि दो लोगों ने हथियार की नोक पर उससे पैसे लूट लिए। शाह ने मामले की शिकायत कांदीवली पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की तो उसे सांगले के दावे पर संदेह हुआ। उसका फोन रिकॉर्ड खंगाला गया तो पता चला कि वारदात की रात प्रमोद बागवे और सुमित दिघे नाम के दो लोगों से वह फोन पर लगातार बात कर रहा था। इसके बाद पुलिस ने सांगले से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने बाद में उसके साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पैसा बरामद कर लिया गया है। कोर्ट में पेशी के बाद आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
Created On :   8 Jan 2020 8:20 PM IST